10 मई शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान टेंशन के बीच सीजफायर का ऐलान कर दिया गया, मगर इसके कुछ ही घंटों के अंदर ही पाकिस्तान की तरफ संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया. भारत की तरफ से इसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया. पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया. इसमें आतंकियों के 21 ठिकानों को चिह्नित किया गया था, जिसमें से 9 को टारगेट करते हुए तबाह कर दिया गया. डिफेंस एक्सपर्ट्स के अनुसार 1971 के बाद यह पाकिस्तान पर की गई सबसे बड़ी कार्रवाई है.
ऑपरेशन सिंदूर- आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई
पहलगाम की बेरसन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष भारतीयों ने अपनी जान गवाई थी. जहां आतंकियों ने धर्म पूछ कर गोली मारी गई थी. कई महिलाओं के सिंदूर उजड़ गए थे, जिसका बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर (Strategic Initiative for Neutralizing Destructive Opponents with Overwhelming Retaliation) चलाया गया था. यह भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा लॉन्च किया गया एक समन्वित स्ट्राइक ऑपरेशन है, जिसके तहत मात्र 25 मिनट में ही पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर (POJK) और पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया.
इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकानों को निशाना बनाया गया था. वहीं मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग और हाफिज सईद के कई गुर्गों को ढेर किया गया.
पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर जमकर कार्रवाई
ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया. इसमें मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, रावलकोट, चकस्वारी, भीमबेर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल शामिल हैं. खुफिया एजेंसियों ने मिसाइल हमलों के लिए कुल 21 आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया था. इसे पुख्ता करने के लिए भारतीय खुफिया ने सैटेलाइट से मिली तस्वीरों और मानव सोर्स का प्रयोग किया. साथ यहीं अतंकियों के फोन और इंटरनेट को इंटरसेप्ट किया गया था. ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेस करके इसकी पूरी जानकारी दी थी. इसमें पाकिस्तान के अंदर मौजूद 4 आतंकी ठिकाने और पीओजेके में 5 आतंकी ठिकाने शामिल हैं.
9 आतंकी ठिकानों को किया तबाह
बहावलपुर- 100 किलोमीटर अंदर
मुरीदके- 30 किलोमीटर अंदर
गुलपुर- 35 किलोमीटर अंदर
सवाई कैंप- 30 किलोमीटर अंदर
बिलाल कैंप- दूरी निर्दिष्ट नहीं है
कोटली कैंप- 15 किलोमीटर अंदर
बरनाला कैंप- 10 किलोमीटर अंदर
सरजल कैंप- 8 किलोमीटर अंदर
महमूना कैंप- 15 किलोमीटर अंदर
पहले के ऑपरेशनों से कैसे अलग है सिंदूर ऑपरेशन?
भारत ने पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर कार्रवाई करते हुए समय-समय पर कई ऑपरेशन चलाए गए हैं. भारतीय सेनाओं ने साल 2016 में उरी सर्जिकल स्ट्राइक की गई. साथ ही साल 2019 में पुलवामा हमले के विरोध में भारतीय सेना की तरफ से बालाकोट एयर स्ट्राइक की गई. वहीं अब ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया है यह कई मायनों में अलग और खास है.
बता दें कि उरी सर्जिकल स्ट्राइक केवल पाकिस्तान के अवैध कब्जे तक ही सिमटी हुई थी और साल 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक में बालाकोट को ही निशाना बनाया गया था. यह आतंक के खिलाफ भारत का एक सधा हुआ अटैक था. साथ ही दोनों ही एयर स्ट्राइक थीं, जिसमें भारतीय सेना ने मिग 21 फाइटर जैट की मदद ली थी. वहीं उड़ी सर्जिकल स्ट्राइक के लिए 9 पैरा स्पेशल फोर्स और 4 पैरा स्पेशल फोर्स के 25 कमांडो की मदद लेकर इसे अंजाम दिया गया था. LoC पर बैकअप के लिए 125 कमांडो तैनात थे साथ ही पैरा कमांडो की टीमों को बाटकर इसे अंजाम दिया गया. वहीं ऑपरेशन सिंदूर में पूरी सेना ने साझा तौर पर एक टीम बनाकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.
खुलकर पाकिस्तान ने कुबूली हमले की बात
उरी सर्जिकल स्ट्राइल और बालाकोट में जाकर एयर स्ट्राइक करने की बात को पाकिस्तान ने कभी स्वीकार नहीं किया. इसे नकारते हुए पाक की तरफ से कहा गया था कि ऐसा कुछ यहां नहीं हुआ है. जबकि इस बार ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान खुद सामने आकर हमले की बात कबूल रहा है साथ ही इसकी तबाही की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. खुद पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने भी तबाही की बात स्वीकार की है.
पूरी प्लानिंग और प्लॉटिंग के साथ दिया गया अंजाम
ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के लिए भारतीय सेना ने पहले ही प्लानिंग और प्लॉटिंग के तहत कार्रवाई की गई. यह नपी तुली कार्रवाई बदलते भारत की नई तस्वीर पेश करती है, जो अपने दुश्मनों के हमलों का मुंहतोड़ जवाब देना जानता है. साथ ही झुकने वाला नहीं हैं.
सेना ने ऐसे ऑपरेशन को दिया अंजाम
उरी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक में भारतीय सेना ने अंदर घुसकर दुश्मन की नींदे उड़ाकर ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दिया था. वहीं इस बार ऑपरेशन सिंदूर में सीमा के उस पार जाए बिना ही आतंक का सफाया किया. भारत की तरफ से कई मिसाइल और ड्रोन छोड़े गए जिसे पाक डिफेंस सिस्टम डिटेक्ट तक नहीं कर पाया.
किसमें कितने दिन लगे
बता दें कि साल 2016 के उड़ी सर्जिकल स्ट्राइक को करने के लिए भारत ने 10 दिनों का समय लिया था. वहीं बालाकोट एयरस्ट्राइक को करने में 12 दिनों समय लगा था, लेकिन इस बार पहलगाम के लिए भारत ने कुल 15 दिनों का समय लिया.
ऑपरेशन सिंदूर में इस बार भारतीय सुरक्षा बलों ने उन्नत किस्म के हथियारों का प्रयोग किया. भारतीय वायु सेना ने अत्यधिक सटीकता से SCALP क्रूज मिसाइल, हैमर प्रिसिजन-गाइडेड बम और लोइटरिंग म्यूनिशन जैसे हथियारों से तबाही मचाई है.