Bihar Conversion News: बिहार के छपरा जिले से जबरन धर्मांतरण का एक ताजा मामला सामने आया है. यह मामला रिविलगंज नगर पंचायत के वार्ड नंबर 10 का है. जिसमें झुग्गी-बस्ती में रहने वाले गरीब मजदूरों को पहले यह कहा गया कि इलाके में बच्चों के लिए एक स्कूल बनाया जाएगा. लेकिन बाद में वहां चर्च बना दिया गया और लोगों पर धर्म बदलने के लिए दबाव बनाया जाने लगा.
ऐसे हुआ खुलासा
स्थानीय निवासी रामनाथ मांझी ने बताया कि ज्योति प्रकाश नाम के एक व्यक्ति जो जहानाबाद का रहने वाला है, उसने यहां दो कट्ठा जमीन खरीदी थी. उन्होंने बताया कि शुरुआत में लोगों से कहा गया कि यहां बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कूल बनेगा. रामनाथ मांझी ने बताया कि इलाके के भोले-भाले लोगों ने भी इस काम में खुशी-खुशी सहायता की लेकिन जब निर्माण कार्य आगे बढ़ा, तो एक दिन अचानक वहां एक चर्च का बोर्ड लगा दिया गया, इसके बाद लोगों को असली मंशा का पता चल गया.
मदद के बदले धर्म परिवर्तन का दबाव
रामनाथ मांझी का कहना है कि वहां ईसाई मिशनरियों का धर्मातरण का खेल चलने लगा. गरीब लोगों को हिंदू धर्म की बुराइयां बताकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए ब्रेन वाश करने लगे, महिलाओं को सिंदूर लगाने और छठ पूजा करने से मना किया गया. साथ ही बेटियों की शादी और पारिवारिक खर्चों में मदद देने का लालच देकर धर्म परिवर्तन की शर्त रख दी गई.
बता दें कि यह सब लगभग एक साल तक चुपचाप चलता रहा, लेकिन अब लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. स्थानीय लोगों ने मिलकर रिविलगंज थाना में इसकी शिकायत दर्ज कराई. वहीं ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जाएगी.
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