पूर्वी चंपारण के रक्सौल में फर्जी नेटवर्किंग कंपनी बनाकर युवाओं और नाबालिगों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने छापेमारी कर 495 लोगों को रेस्क्यू किया, जिनमें 79 नाबालिग शामिल हैं. ये पीड़ित बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल से लाए गए थे.
गिरफ्तार आरोपियों में निरंजन कुमार (नवादा), बादल कुमार (बेगूसराय) और अभिमन्यु कुमार (रोहतास) शामिल हैं. पुलिस ने फर्जी DBR और विन मेकर कंपनी के लैपटॉप, कंप्यूटर, मोबाइल और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं. मुख्य आरोपी एनामुल हक फरार है, उस पर ₹10,000 का इनाम घोषित किया गया है और उसकी संपत्ति जब्त की जाएगी.
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि एनामुल हक पर पहले से ही POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. पुलिस अब जांच कर रही है.