बिहार में बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार द्वारा शुरू की गई ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा को बीच में ही रोक दिया गया. रविवार को अररिया में कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों के बीच विवाद के बाद कन्हैया कुमार ने यात्रा स्थगित कर दी और दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
धक्का-मुक्की के बाद लिया फैसला
पदयात्रा के दौरान उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कुछ समर्थक कन्हैया कुमार के साथ सेल्फी लेने और माला पहनाने की कोशिश कर रहे थे. इसी बीच सुरक्षाकर्मियों ने लोगों को पीछे हटने के लिए कहा, जिससे कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई. इस दौरान कुछ कार्यकर्ता गिर भी गए. स्थिति बिगड़ते देख बस स्टैंड के पास कन्हैया कुमार ने यात्रा रोकने का फैसला लिया और अचानक दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जाकिर अनवर बैराग ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि कन्हैया कुमार को दिल्ली से कॉल आया था, जिसके बाद उन्होंने यात्रा छोड़ने का निर्णय लिया. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने खुद कन्हैया कुमार को फोन किया था और दिल्ली बुलाया था.