नागपुर के महाल इलाके में औरंगजैब की कब्र को लेकर अचानक दो गुटों में टकराव हो गया. देखते ही देखते इसने हिंसा का रूप ले लिया, इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया. औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर महाल इलाके में विरोध प्रदर्शन हो रहा था. इस दौरान भालदारपुरा क्षेत्र से असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव किए जाने से दोनों पक्षों के युवा आमने-सामने आ गए.
VIDEO | Visuals from Nagpur where violence erupted on Monday as stones were hurled at police. The city saw several incidents of stone-pelting and arson.
(Source: Third Party)#NagpurViolence pic.twitter.com/sr37c1dxxE
— Press Trust of India (@PTI_News) March 17, 2025
पूरी रातभर इन इलाकों में हिंसा हुई इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को तितर-बितर किया. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है लेकिन पूरे इलाके में तनाव पैदा हो गया है. इसमें अबतक 60-65 उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया गया है वहीं हिंसा काबू पाने के बीच 25-30 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है.
औरंगजैब को लेकर भड़की थी हिंसा
इस मामले में मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, विहिप और बजरंग दल ने सोमवार दोपहर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान औरंगजेब का पुतला दहन किया गया. छत्रपति संभाजी महाराज के हत्यारे औरंगजेब की कब्र महाराष्ट्र में नहीं होनी चाहिए तथा उसे तुरंत हटाया जाए, ऐसी मांग रखी. यह पूरा आयोजन शांतिपूर्ण तरीके से समपन्न हो गया.
इसके कुछ देर बाद शाम करीब 7.30 बजे देवडिया भवन कांग्रेस कार्यालय की ओर से हुडदंगियों का एक समूह शिवाजी चौक के पास पहुंचा. इन हुडदंगियों ने औरंगजेब के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिये. जैसे ही नारेबाजी शुरू हुई इलाके में मौजूद एक अन्य समूह ने भी जवाब नारे लगाने शुरू कर दिए. इसी दौरान पथराव किया जाने लगा. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और नारे लगा रहे दोनों समूहों को अलग किया.
पुलिस ने किया काबू करने की कोशिश
इसके बाद पुलिस ने शिवाजी चौक से सभी को चिटनीस पार्क की ओर खदेड़ दिया, लेकिन चिटनीस पार्क से आगे भालदारपुरा इलाके से बड़ी संख्या में लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. पुलिस ने बल प्रयोग करके स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया. हालाँकि, जब पुलिस पर बड़े-बड़े पत्थर फेंके जा रहे थे तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की. पथराव में कुछ वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए. वही शिवाजी चौक इलाके की गलियों मे स्थानीय लोगों के दुपहिया वाहन भी उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिए.
नितिन गडकरी आए आगे
VIDEO | Union Minister Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) speaks on Nagpur violence. Tension gripped central Nagpur on Monday when stones were hurled at police amid rumours that the holy book of the Muslim community was burnt during an agitation by a right-wing body for the removal… pic.twitter.com/zZIfa7vjlm
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इस बीच, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. इस संबंध में जारी एक संदेश में गडकरी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि युवाओं के दो समूहों के बीच बहस के बाद तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है. नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने नागपुर निवासियों से शांत रहने और स्थिति से निपटने में प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की है.
सीएम ने की शांति बनाने की अपील
Nagpur violence: Curfew imposed in several areas under Section 163 after protest over Aurangzeb's grave
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— ANI Digital (@ani_digital) March 17, 2025
खुद मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले भी स्थिति पर नजर रख रहे हैं. नितिन गडकरी ने कहा कि नागपुर पूरे देश में अपनी शांति और सद्भाव के लिए प्रसिद्ध शहर है. इस शहर में जाति, पंथ या धर्म को लेकर कोई बहस या झगड़े नहीं होते. आज जो कुछ हुआ उसके संबंध में प्रशासन कार्रवाई करेगा. गडकरी ने यह भी कहा कि नागपुर के सभी नागरिकों को प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए और शांति स्थापित करने के लिए अपने प्रयास करने चाहिए.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि नागरिकों को इस स्थिति में प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करना चाहिए. वे लगातार पुलिस प्रशासन के संपर्क में हैं और नागरिकों को उनका सहयोग करना चाहिए. नागपुर एक शांतिपूर्ण शहर है और एक-दूसरे के सुख-दुःख को साझा करता है. यह नागपुर की स्थायी परंपरा रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपील की है कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और प्रशासन का पूरा सहयोग करें.
हिन्दुस्थान समाचार
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