चंडीगढ़: पंजाब के अमृतसर में होली की रात शरारती तत्वों ने एक मंदिर को निशाना बनाया. पुलिस मंदिर में हुए धमाके की घटना को स्वीकार तो कर रही है, लेकिन यह नहीं बताया गया है कि धमाके में किस तरह का विस्फोटक इस्तेमाल किया गया. मंदिर में बम फेंका गया या पूर्व में हुई घटनाओं की तरह यह ग्रेनेड हमला था. यह धमका शुक्रवार रात करीब एक बजे अमृतसर के खंडवाला इलाके में स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर में हुआ. हमलावर मोटरसाइकिल सवार दो युवक थे. बताया गया है कि मंदिर पर बम जैसी कोई वस्तु फेंककर हमला किया.
सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, दोनों युवक मोटरसाइकिल पर आए. उनके हाथ में एक झंडा था. वह कुछ देर मंदिर के बाहर खड़े रहे और फिर मंदिर की तरफ कोई वस्तु फेंकी. जैसे ही वहां से भागे, मंदिर में जोरदार धमाका हुआ. हमले के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई. उस समय मंदिर का पुजारी अंदर सो रहा था, लेकिन वह बाल-बाल बच गया. धमाके में मंदिर की पहली मंजिल का बाहरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया.
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि ऐसे हमलों के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है. भुल्लर ने बताया कि सीसीटीवी में दो बाइक सवार दिखे हैं, जिन्हें ट्रेस किया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि अमृतसर समेत पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में पिछले छह माह के भीतर ग्रेनेड हमलों की एक दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं. ज्यादातर घटनाओं में पुलिस थानों व चौकियों को निशाना बनाया गया.
हिन्दुस्थान समाचार