जमीन के बदले नौकरी घोटाले के मामले में राउज एवेन्यू की विशेष अदालत ने आज मंगलवार को सुनवाई की. कोर्ट ने 50 हजार के मुचलके पर तेज प्रताप यादव और बेटी हेमा यादव जमानत दे दी है.
समन के आधार पर दोनों कोर्ट में पेश हुए थे. आपको बता दें कि इस मामले में पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, राबड़ी यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को जमानत मिल चुकी है.
बता दें कि लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में लालू परिवार समेत 103 लोग आरोपी हैं.
क्या है ‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाला?
यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे. आरोप है कि रेलवे में नौकरी दिलाने के बदले उम्मीदवारों से जमीन ली गई. यह जमीनें कथित रूप से लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के नाम पर ट्रांसफर कराई गईं. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद केस दर्ज किया और गृह मंत्रालय से लालू यादव पर केस चलाने की अनुमति मांगी, जिसे मंजूरी मिल गई थी.
सीबीआई की जांच और कोर्ट की प्रक्रिया
सीबीआई के अनुसार, रेलवे में नियुक्तियों के बदले कई उम्मीदवारों ने पटना और अन्य स्थानों पर अपनी जमीनें लालू परिवार के नाम कर दीं. जांच एजेंसी का दावा है कि यह लेन-देन नियमों का उल्लंघन था और इसके पीछे भ्रष्टाचार की साजिश थी.