कर्नाटक: कर्नाटक के गुलबर्गा स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय में बिहारी छात्रों के साथ मारपीट की घटना ने बिहार में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है. बताया जा रहा है कि छात्रावास में दो समूहों के बीच विवाद के बाद उत्तर भारतीय छात्रों, विशेष रूप से बिहार के छात्रों को निशाना बनाकर हमला किया गया. इस झगड़े ने शुक्रवार को बड़ा रूप ले लिया और यह उत्तर व दक्षिण भारतीय छात्रों के बीच सामूहिक संघर्ष में तब्दील हो गया.
जानकारी के अनुसार, तीन और छात्रों पर हमला हुआ, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना को लेकर जदयु और बीजेपी ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर निशाना साधा है और तेजस्वी यादव की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.
जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कर्नाटक सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि क्या बिहार के छात्रों ने कोई अपराध किया है? वे अपनी मेहनत और बौद्धिक क्षमता के बल पर पढ़ाई करने गए हैं. कांग्रेस सरकार इस मुद्दे पर चुप क्यों है? बिहार कांग्रेस और तेजस्वी यादव की चुप्पी बताती है कि उनके लिए राजनीतिक भाईचारा बिहारियों की पीड़ा से बड़ा है.
नीरज कुमार ने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि Central University of Karnataka में बिहारी छात्रों के साथ हुई पिटाई निंदनीय है! क्या कर्नाटक सरकार कार्रवाई करेगी या चुप्पी साधे रहेगी?”
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि बिहार के छात्र कर्नाटक में पीटे जा रहे हैं और तेजस्वी यादव चुप हैं। तेजस्वी यादव क्या अपने सहयोगी कांग्रेस सरकार से पूछेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है.
उन्होंने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जब चुनाव आता है तो बिहार के युवाओं के लिए बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, अब जब बिहारी छात्र अपमानित किए जा रहे हैं तो मुंह में फेविकोल लगाकर बैठे हैं.”
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी कहा कि अगर कर्नाटक सरकार इस पर कार्रवाई नहीं करती, तो बीजेपी बिहार और बिहारी सम्मान के लिए बड़ा आंदोलन करेगी.