मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में पटना जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में पटना समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक देर शाम शुक्रवार को की. समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमने कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा है. हम अधिकारियों से कहेंगे कि यहां जो भी जरूरतें हैं, उसे ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें. प्रगति यात्रा के दौरान जिन जिलों का दौरा किया गया है और इस दौरान जो घोषणाएं की गई हैं उन सबको मंत्रिपरिषद् के द्वारा स्वीकृति दी गई है और जो घोषणाएं की जा रही हैं, उन सबको भी मंत्रिपरिषद् द्वारा स्वीकृति प्रदान की जाएगी.
स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने आते थे. हमलोगों ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई, जिसके कारण अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंच रहे हैं. पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है. बिहार का सबसे पुराना अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) को 5400 बेड की क्षमता का बनाया जा रहा है. बाकी 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों का भी विस्तार कर 2500 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है. आईजीआईएमएस, पटना का भी विस्तार कर उसे 3000 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है.
सरकारी नौकरियों में बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से वर्ष 2020 के बीच में 8 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी गई. हमलोगों ने वर्ष 2020 में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है. अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है. इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है. वर्ष 2025 में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा. हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है. सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई, जिसमें 94 लाख गरीब परिवारों को चिह्नित किया गया है, जो हर जाति से जुड़े हैं. ऐसे गरीब परिवारों को लघु उद्यमी योजना के तहत प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें.
स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल को 5400 बेड की क्षमता का अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अस्पताल बनाया जा रहा है. आईजीआईएमएस को 3000 बेड बेड का तथा एनएमसीएच को 2500 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है. यहां कई महत्वपूर्ण भवन बनाए गए है. सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र, बापू सभागार, ज्ञान भवन, सभ्यता द्वार का निर्माण कराया गया. अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बिहार म्यूजियम बनाया गया. इसे अंडरग्राउंड टनल के माध्यम से पटना म्यूजियम से जोड़ा जा रहा है.
यातायात को सुगम बनाने के प्रयास
उन्होंने कहा कि पटना में अनेक पथों, आरओबी और फ्लाईओवर का निर्माण कराया गया है. राजा बाजार-दानापुर एलिवेटेड पथ का निर्माण कराया गया है. चिरैयाटाड़ पुल का निर्माण कराया गया है. आर ब्लॉक के पास एलिवेटेड पथ, लोहिया पथ चक्र, पाटलि पथ एवं अटल पथ का निर्माण कराया गया है. जेपी गंगा फ्थ का निर्माण कराया गया है जिसमें अभी कंगन घाट तक आवागमन की सुविधा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना जिला में 57 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा चुका है और शेष 195 पंचायत सरकार भवन का निर्माण भी जून, 2025 तक पूरा करा लिया जाएगा. हमने सम्मान देने के लिए सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराने का निर्णय लिया. पंचायत सरकार भवन के निर्माण से एक ही छत के नीचे ग्राम पंचायत की सभी समस्याओं का निराकरण हो सकेगा. पटना जिले में हर घर बिजली पहुंचा दी गई है. यहां 17 विद्युत ग्रिड सब स्टेशन तथा 128 पावर सब स्टेशन का निर्माण कराया गया है. पटना जिला में 80 डेडिकेटेड कृषि फीडर का निर्माण कराया गया है जिससे 4,427 बिजली कनेक्शन किसानों को उपलब्ध कराया गया है ताकि किसानों को कृषि कार्य में सहूलियत हो. पटना जिला में 40 हजार 726 स्वयं सहायता समूह से 5 लाख 3 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हुई हैं. जिले में 20 जीविका दीदी की रसोई संचालित है.
हिन्दुस्थान समाचार