बिहार की राजनीति में “घोड़ा और कछुआ” चर्चा का नया केंद्र बन गया है. आरजेडी (RJD) के प्रदेश कार्यालय और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें तेजस्वी यादव को तेज़ी से दौड़ते घोड़े पर सवार दिखाया गया है, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक धीमी गति से चलने वाले कछुए पर बैठे दिखाया गया है.
वही तेवर! वही रफ़्तार! वही सरोकार!
आ रही है
17 महीनों वाली तेज तर्रार #तेजस्वी_सरकार
जिसने दिया लाखों युवाओं को
नौकरी, रोजगार का उपहार!!जनसेवा-प्रेरित,
विकास समर्पित,
तेजस्वी-सरकार!!#RJD #Bihar @yadavtejashwi pic.twitter.com/GZw9JuiBZb— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) February 13, 2025
यह व्यक्तिगत रूप से नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर भी सीधा कटाक्ष करता है. इस पोस्टर को ऋषि नामक एक अनजान कार्यकर्ता ने पटना स्थित राजद के प्रदेश कार्यालय और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास के बाहर लगाया है.
ढीली ढाली सरकार को अब पूर्ण विराम!
2025 के बाद #तेजस्वी गति से होंगे सारे काम!
क्योंकि अबकी बनेगी #तेजस्वी_सरकार
अग्रणी राज्य बनेगा बिहार!#RJD #Bihar @yadavtejashwi pic.twitter.com/t91wHy7vKr— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) February 13, 2025
पोस्टर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को एक सरपट दौड़ते घोड़े पर दिखाया गया है, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक कछुए पर सवार दर्शाया गया है, जिनकी गर्दन से कुर्सी लटक रही है. पोस्टर में 2025 के मील के पत्थर को भी दर्शाया गया है और संदेश लिखा गया है- वहीं 17 महीनों वाली तेजतर्रार तेजस्वी सरकार आ रही है.
गौरतलब है कि महागठबंधन सरकार के 17 महीनों के कार्यकाल में तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री थे. इसी दौरान जाति आधारित गणना पूरी हुई थी और सरकार ने नौकरियों का बड़ा ऐलान भी किया था. हालांकि, अब राजद इस कार्यकाल का पूरा श्रेय खुद लेने की कोशिश कर रहा है, जबकि उस सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ही थे.
सरकार के तहत भी नौकरियों की प्रक्रिया जारी है और हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी जाति गणना के आधार पर बढ़ाए गए आरक्षण को अमान्य कर दिया है. इसके बावजूद, राजद इन्हीं मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है.