उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. हालांकि, सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों को छुट्टी न मिलने के कारण वे इस धार्मिक आयोजन में भाग नहीं ले पा रहे हैं. इस मुद्दे को लेकर बिहार की बाराचट्टी विधायक ज्योति मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दो दिनों की सरकारी छुट्टी की मांग की है, ताकि सरकारी कर्मचारी और शिक्षक महाकुंभ में शामिल हो सकें.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के तहत गया में कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस अवसर पर, बाराचट्टी की विधायक ज्योति मांझी ने मुख्यमंत्री को आवेदन देकर सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए दो दिनों की सरकारी छुट्टी की मांग की, ताकि वे महाकुंभ स्नान में भाग ले सकें.
ज्योति मांझी ने कहा, “सरकारी शिक्षक और कर्मी रोज काम करने जाते हैं. इन लोगों की मांग है कि महाकुंभ में जाने के लिए छुट्टी की घोषणा की जाए. सीएम नीतीश कुमार से मांग है कि सारे सरकारी कर्मी और शिक्षकों को दो दिनों की सरकारी छुट्टी दी जाए.”
ज्योति मांझी ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपनी मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मी नियमों से बंधे होते हैं और उनकी दिनचर्या बेहद व्यस्त होती है. कई शिक्षकों और अन्य सरकारी विभागों के कर्मियों ने उनसे आग्रह किया कि वे बिहार में सरकारी कर्मियों को महाकुंभ स्नान में भाग लेने का अवसर दिलाने की पहल करें.
विधायक ने कहा, “मुझे भी लगा कि यह एक उचित मांग है. इसलिए मैंने मुख्यमंत्री से इस विषय में प्रार्थना की और उन्हें लिखित आवेदन भी दिया कि महाकुंभ स्नान के लिए दो दिनों की सरकारी छुट्टी घोषित की जाए.”
विधायक ज्योति मांझी ने विश्वास जताया है कि उनकी मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सकारात्मक निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस मांग को पूरा करेंगे. अगर बिहार में दो दिनों की सरकारी छुट्टी घोषित होती है, तो सरकारी कर्मियों को प्रयागराज महाकुंभ स्नान का अवसर मिलेगा.