बॉर्डर-गॉवस्कर ट्रॉफी में आस्ट्रेलिया से मिली करारी शिकस्त के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड एक्शन में आ गया है. बीसीसीआई ने अब टीम में डिसिप्लेन और एकजुटता के लिए 10 सख्त नियम बनाए हैं. गुरूवार को बीसीसीआई ने नियमों से संबंधित गाइडलाइन भी जारी कर दी गई. नए नियमों के तहत अब टीम इंडिया के प्लेयर्स को डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना अनिवार्य किया गया है. वहीं कोई भी खिलाड़ी सीरिज के दौरान विज्ञापन शूट नहीं कर पाएंगे. बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के परिवार के रहने वाली समय सीमा से संबिधित भी कड़े नियम लागू किए हैं.
1. घेरलू क्रिकेट खेलना जरूरी- बीसीसीआई ने अब टीम इंडिया के सभी प्लेयर्स के लिए डोमेस्टिक टूर्नामेंट खेलना अनिवार्य कर दिया है. वहीं कहा गया है कि टीम घरेलू टूर्नामेंट के आधार पर ही टीम का चयन किया जाएगा. अगर कोई प्लेयर किसी भी कारण से घरेलू क्रिकेट नहीं खेलता तो उसे इस बात की जानकारी बीसीसीआई को देनी होगी साथ ही सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन से अनुमति भी लेनी होगी.
2. परिवार के लिए नियम: अब खिलाड़ी क्रिकेट टूर के दौरान अपने परिवार के साथ सफर नहीं कर पाएंगे. 45 दिन से कम के टूर के लिए 7 दिन ही परिवार और उनकी वाइफ खिलाड़ियों के साथ रह सकेंगी. वहीं अगर किसी खिलाडी को फैमली के साथ या फिर अलग से यात्रा करनी है तो हेड कोट और सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन की अनुमति लेनी होगी.
3. सामान ज्यादा नहीं ले जा सकेंगे- अपने टूर के दौरान खिलाड़ी तय लिमिट से ज्यादा सामान नहीं ले सकेंगे. अगर सामान का वजन तय नियमों से ज्यादा है तो उन्हें इसके खुद ही पैसे देने हंगे.
4. सेंटर फॉर एक्सीलेंस में अलग से सामान भेजना- वहीं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बेंगलुरू में ट्रेनिंग कैंप के दौरान सामान या व्यक्तिगत चीजें भेजने के लिए खिलाड़ियों को टीम मैनेजमेंट से संपर्क करना होगा. अगर अलग-अलग तरीके से कोई वस्तु भेजी जाती है तब आने वाली लागत प्लेयर को ही उठानी होगी.
5. सीरिज के दौरान विज्ञापन पर पाबंदी- नए रूल के अनुसार, कोई भी खिलाड़ी सिरीज के दौरान विज्ञापन शूट नहीं कर पाएंगे. खिलाड़ियों का ध्यान सीरिज से नहीं भटके, इसलिए ये फैसला लिया गया है.
6. विदेशी दौर पर फैमली को समय कम- अगर भारतीय टीम का विदेशी दौरा 45 दिन या इससे ज्यादा है तो खिलाड़ी की पत्नी और 18 साल से छोटे उम्र का बच्चा, सिर्फ 2 सप्ताह तक उनके साथ रह सकते हैं. बीसीसीआई ही उनके रहने का खर्चा उठाएगी. बाकी खर्चा खिलाड़ी को ही उठाना पड़ेगा.
7. प्रैक्टिस सेशन में मौजूद रहना जरूरी– नए नियम के मुताबिक सभी खिलाड़ियों को प्रैक्टिस सैशन में रहना अनिवार्य होगा और कोई भी प्लेयर प्रैक्टिस सेशन को जल्दी छोड़कर नहीं जा सकेगा. साथ ही खिलाड़ियों के सिरीज के दौरान एक जगह से दूसरी जगह टीम के साथ बस में ही जाना होगी.
8. निजी स्टॉफ को ले जाने की अनुमति नहीं- किसी भी सिरीज या टूर्नामेंट में खिलाड़ी का निजी स्टॉफ यानि पर्सनल मैनेजर, शेफ असिस्टेंट्स और सिक्योरिटी को ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
9. सिरीज खत्म होने पर जल्दी घर वापस नहीं- अब सभी खिलाड़यों को दौरा खत्म नहीं होने तक टीम के साथ ही रहना होगा. कोई प्लेयर जल्दी घर वापस नहीं आ पाएगा. सभी एक तय तारीख को ही लौटेंगे. टीम के एकजुटता के लिए फैसला लिया गया है.
10. ऑफिशियल शूट और फंक्शन में हिस्सा अनिवार्य- अब नए नियम में बीसीसीआई के ऑफिशियर शूट, प्रमोशन और अन्य तरह प्रोग्राम में हर खिलाड़ी को हिस्सा लेना होगा. यह फैसला खेल को बढ़ावा और हितधारकों के फायदे के लिए लिया गया है.
वहीं र्ड ने सभी खिलाड़ियों को दिशा- निर्देशों का सख्ती से पालन करने के कोई प्लेयर नियम तोड़ता है तो बोर्ड उसे टूर्नामेंट्स, सीरीज और यहां तक की IPL में भी नहीं खेलने देगा. इसके अलावा बोर्ड खिलाड़ियों की सैलरी और उनका कॉन्ट्रैक्ट भी खत्म कर सकता है.