पूर्णिया: पूर्णिया के परोरा स्थित रमेश विजयलक्ष्मी मेमोरियल स्टेडियम में गुरुवार को खेले गए 53वीं सीनियर महिला नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में पंजाब ने दिल्ली को 40-25 से हराकर खिताब अपने नाम किया। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में मेजबान बिहार की टीम ने भी इतिहास रचते हुए हरियाणा के साथ संयुक्त रूप से कांस्य पदक हासिल किया।
सेमीफाइनल में बिहार को दिल्ली ने 29-24 से पराजित किया। फाइनल में जगह नहीं बना पाने के बावजूद बिहार की महिला टीम का यह प्रदर्शन राज्य के खेल इतिहास में एक नया अध्याय है।
पांच दिवसीय चैंपियनशिप के समापन समारोह में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथियों में पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद प्रदीप बालमुचू तथा महासचिव प्रीतपाल सिंह सलूजा शामिल थे।
“खेल आज रोजगार और पहचान का माध्यम बन चुका है। बिहार की बेटियों ने साबित कर दिया है कि वे किसी से कम नहीं हैं,” समापन समारोह में सांसद पप्पू यादव ने कहा। उन्होंने राज्य की खिलाड़ी बेटियों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा, “पूर्णिया में राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता का आयोजन गर्व की बात है। हमें अपने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं देनी होंगी।”
समारोह में हैंडबॉल फेडरेशन के मुख्य प्रशिक्षक शिवाजी सर, टेक्निकल कमिटी चेयरमैन रमाशंकर शर्मा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। आयोजन की रूपरेखा विद्यालय के सचिव राजेश मिश्रा ने प्रस्तुत की, जबकि संचालन बिहार हैंडबॉल संघ के महासचिव ब्रजकिशोर शर्मा ने किया।
सभी विजेता टीमों को ट्रॉफी और पदक प्रदान किए गए। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों और तकनीकी पदाधिकारियों को आयोजन समिति द्वारा स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार