बिहार की राजधानी पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र में एक अद्भुत घटना ने सभी को चकित कर दिया. नारायण बाबू की गली में रविवार (5 जनवरी) को अचानक जमीन धंसने से वहां खुदाई की गई, जिसमें एक प्राचीन शिव मंदिर का पता चला. बताया जा रहा है कि यह मंदिर लगभग 500 साल पुराना है. खुदाई के दौरान जमीन के अंदर से पांच फुट ऊंचा एक मंदिर निकला, जिसमें काले पत्थर का चमकदार शिवलिंग स्थापित है.
पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र में 500 साल पुराने शिव मंदिर के मिलने की खबर से पूरे इलाके में उत्साह की लहर दौड़ गई है. मंदिर की खोज के बाद से ही स्थानीय लोग ‘हर-हर महादेव’ और ‘जय जय भोलेनाथ’ के नारे लगाते हुए भारी संख्या में वहां इकट्ठा हुए. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस जमीन पर कई साल पहले एक महंत रहते थे. उनकी मृत्यु के बाद उनके परिवार वाले कुछ समय तक यहां रहे, लेकिन बाद में यह जगह वीरान हो गई. धीरे-धीरे यह क्षेत्र कूड़ा-कचरे से भर गया और रास्ता बंद हो जाने के कारण यहां लोगों का आना-जाना भी बंद हो गया. सैकड़ों वर्षों बाद मंदिर मिलने से स्थानीय लोगों ने मंदिर की सफाई और जीर्णोद्धार का काम शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि वे इस प्राचीन मंदिर को अपने पुराने स्वरूप में लाएंगे और यहां नियमित पूजा-अर्चना करेंगे. महिलाओं ने भी मंदिर में पूजा शुरू कर दी है. वायरल तस्वीरों में देखा जा सकता है कि श्रद्धालु मंदिर में फूल चढ़ा रहे हैं और पूजा-अर्चना कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोगों ने अपनी खुशी जाहिर की है. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लोग ‘हर-हर महादेव’ लिखकर अपनी प्रतिक्रिया दिया.
एक यूजर ने लिखा, “सनातन को बर्बाद करने के चक्कर में मंदिर और मूर्तियां तोड़ी जाती हैं या फिर छुपा दी जाती हैं. आज जब ये सब सामने आ रहा है तो वही लोग हिंदुओं को ज्ञान दे रहे हैं कि चलो सब भूलकर विकास की तरफ ध्यान देते हैं. मतलब अपने पर हुए अत्याचारों को भूल जाओ क्योंकि अब विकास करना है.”
बता दें कि मंदिर के अंदर से प्राप्त शिवलिंग और दो पदचिह्नों ने इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व को और बढ़ा दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मंदिर करीब 500 साल पुराना हो सकता है, लेकिन अभी तक इसकी प्राचीनता को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.