नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय युवाओं के साहस और सामर्थ्य की सराहना करते हुए कहा कि आज के युवाओं के सामने विकसित भारत का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि युवाओं के कारण विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत की सफलता सुनिश्चित है।
प्रधानमंत्री गुरुवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में वीर बाल दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने इस दौरान ‘सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान’ का शुभारंभ भी किया। इसका उद्देश्य पोषण संबंधी सेवाओं के कार्यान्वयन को मजबूत करके और सक्रिय सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करके पोषण संबंधी परिणामों और कल्याण में सुधार करना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम के दौरान ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) के विजेता बच्चों से भी बातचीत की।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में युवाओं को भविष्योन्मुखी बनाने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि युवा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें। प्रधानमंत्री ने देश की आजादी के समय युवाओं की भूमिका से लेकर मौजूदा समय में विदेशी कंपनियों के शीर्ष पर भारतीयों के काबिज होने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा, “आज के युवाओं के सामने विकसित भारत का लक्ष्य है। इस दशक में हमें अगले 25 वर्षों के तेज विकास की नींव रखनी है, इसलिए भारत के युवाओं को अधिक से अधिक इस समय का लाभ उठाना होगा। हर सेक्टर में स्वयं भी आगे बढ़ना है और देश को भी आगे बढ़ाना है।”
प्रधानमंत्री ने लाल किले से दिये अपने भाषण का जिक्र करते हुए देश में गैर-राजनीतिक पृष्ठभूमि के एक लाख युवाओं को राजनीति में लाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने अगले 25 सालों के लिए इस शुरुआत को बेहद महत्वपूर्ण करार दिया। उन्होंने युवाओं से इस अभियान का हिस्सा बनने की अपील करते हुए कहा कि देश की राजनीति में एक नवीन पीढ़ी के उदय के लिए यह आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2025 में स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग का भी आयोजन होगा। देशभर के लाखों युवा इसका हिस्सा बनेंगे। इसमें विकसित भारत के विजन पर चर्चा होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वीर बाल दिवस पर हम साहिबजादों की वीरता और बलिदान को याद करते हैं। हम माता गुजरी और श्री गुरु गोबिंद सिंह को भी श्रद्धांजलि देते हैं। उन्होंने कहा कि आज हम तीसरे ‘वीर बाल दिवस’ का हिस्सा बन रहे हैं। तीन साल पहले हमारी सरकार ने वीर साहिबजादों के बलिदान की अमर स्मृति में वीर बाल दिवस मानने शुरुआत की थी। अब ये दिन करोड़ों देशवासियों के लिए, पूरे देश के लिए राष्ट्रीय प्रेरणा का पर्व बना है। इस दिन ने भारत के कितने ही बच्चों और युवाओं को अदम्य साहस से भरने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस का यह दिन हमें सिखाता है कि चाहे कितनी भी विकट स्थितियां आएं, कितना भी विपरीत समय क्यों ना हो देश और देश हित से बड़ा कुछ नहीं होता।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के 17 बच्चे बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, खेल और कला जैसे क्षेत्रों में पुरस्कार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने दिखा दिया है कि भारत के युवा और बच्चे कितने सक्षम हैं।
हिन्दुस्थान समाचार