पटना: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को बेगूसराय में कहा कि 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव राजग नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा। साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भारत रत्न देने की वकालत की।
गिरिराज ने कहा कि नीतीश कुमार इतने दिनों तक मुख्यमंत्री रहे। आज के बच्चे, जिनकी उम्र 30 साल है वह नहीं जानते कि लालू प्रसाद के जंगलराज में कुव्यवस्था थी। सड़कें, अस्पतालों और स्कूलों की जर्जर स्थिति थी। नीतीश कुमार ने बिहार को एक ऊंचाई पर ले जाने का काम किया है और ओडिशा में नवीन पटनायक ने इतने वर्षों तक राज्य की सेवा की। ऐसे लोगों को देश में पुरस्कृत करने की जरूरत है। इसलिए ऐसे लोगों को भारत रत्न जैसे पुरस्कार से नवाजा जाना चाहिए।
यह पहला मौका है जब भाजपा की तरफ से किसी केंद्रीय मंत्री ने अपनी ही सरकार से यह बड़ी मांग की है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या सच में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हो गए हैं?
दरअसल, बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में नेतृत्व के सवाल पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों एक टीवी डिबेट के दौरान ऐसी बात कह दी थी, जिससे बिहार की सियासत गरमा गई थी। मुख्यमंत्री के बीमार पड़ने के बाद यह कयास लगाए जाने लगा कि नीतीश कुमार फिर से नाराज हो गए हैं। हालांकि, बाद में भाजपा और जदयू दोनों ने साफ कर दिया कि 2025 में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी।
भाजपा लगातार यह मैसेज देने की कोशिश कर रही है कि गठबंधन में सबकुछ ठीक है और बिहार में नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता हैं। चर्चा है कि भाजपा पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को किसी भी हाल में नाराज नहीं करना चाहती है। यही वजह है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पुरानी मांग को करीब-करीब स्वीकार कर लिया। केंद्र सरकार ने पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा तो नहीं दिया लेकिन पीयू के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत कर दी। अब केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए केंद्र सरकार से बड़ी मांग कर दी है.
हिन्दुस्थान समाचार