अररिया: जोगबनी से सिलीगुड़ी चलने वाली जोगबनी सिलीगुड़ी इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन एक बार फिर दस दिनों के लिए रद्द कर दी गई है. जब से यह ट्रेन चली है,तब से चली कम और रद्द अधिक हुई है. जिससे रेलवे के प्रति आमलोगों में आक्रोश तेजी से पनप रहा है.
कुहासा को लेकर ऐतिहातन ट्रेन को रद्द करने की बात कही जा रही है. एनएफ रेलवे कटिहार मंडल के सीनियर डीओएम द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार जोगबनी से सिलीगुड़ी जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन को आगामी 28 दिसम्बर तक के लिए रद्द कर दिया गया है.
इससे पहले विगत कुछ दिनों से यह ट्रेन रद्द थी और 18 दिसंबर से इस ट्रेन के परिचालन शुरू की गई थी. लेकिन इससे पहले ट्रेन का परिचालन शुरू हो पाता ठीक एक दिन पहले फिर से 28 दिसम्बर तक के लिए ट्रेन के परिचालन को रद्द कर दिया गया।ट्रेन के रद्द होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश तेजी से पनप रहा है.
लोगों का कहना है कि रेल प्रशासन इस ट्रेन के प्रति सौतेलापूर्ण व्यवहार कर रही है और ट्रेन को हमेशा के लिए बंद करने की साजिश रच रही है. ट्रेन के फिर से रद्द किए जाने पर सिविल सोसाइटी के मांगीलाल गोलछा, आयुष अग्रवाल, अजातशत्रु अग्रवाल, बछराज राखेचा, विनोद सरावगी, गोपाल सोनू, नागरिक संघर्ष समिति के अध्यक्ष शाहजहां शाद, पवन मिश्रा, रमेश सिंह,चंदन भगत, राकेश रोशन, राहिल खान, प्रताप नारायण मंडल आदि ने कहा कि यह ट्रेन न केवल सीमांचल बल्कि नेपाल को भी पश्चिम बंगाल तक जोड़ने का इस रूट में एकमात्र ट्रेन है.
व्यावसायिक एवं यात्री हित में यह सबसे महत्वपूर्ण ट्रेन है. मगर इस ट्रेन के प्रति विभाग साजिश रच रही है. इन लोगों ने कहा कि जोगबनी- सिलीगुड़ी ट्रेन को रद्द करने का सिलसिला अगर नहीं थमा तो रेल प्रशासन के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.
हिन्दुस्थान समाचार