पटना: 70वीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की प्रारंभिक परीक्षा शुक्रवार काे पूरे बिहार में संपन्न हुई. परीक्षा कहीं शांतिपूर्ण रही ताे कहीं हंगामेदार. इस बीच पेपर लीक हाेने का आराेप अभ्यर्थियाें ने लगाते हुए जमकर बवाल काटा और आयाेग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया.
पटना स्थित बापू परीक्षा परिसर में पेपर लीक का आरोप लगाकर अभ्यर्थियाें ने प्रदर्शन किया. उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने अपना आपा खो दिया और उन्होंने प्रदर्शन कर रहे एक अभ्यर्थी को थप्पड़ तक जड़ दिया. हालांकि पुलिस ने बीच-बचाव करते हुए कैंडिडेट को साइड कर दिया और मामला यहीं दब गया.
दाेबारा परीक्षा लेने से आयाेग ने किया इनकार आज हंगामे के बाद बीपीएससी चेयरमैन ने पत्रकाराें के साथ बात करते हुए साफ कर दिया कि सिर्फ एक सेंटर के कुछ सौ छात्रों के हंगामे के कारण साढ़े चार लाख से अधिक अभ्यर्थियों को हम दोबारा परीक्षा के लिए नहीं कह सकते हैं. बीपीएससी अध्यक्ष परमार रवि मनु भाई ने कहा कि आज की परीक्षा 912 सेंटर पर आयोजित की गई. 911 सेंटर पर परीक्षा शांतिपूर्ण रही. सिर्फ एक सेंटर पर हंगामा हुआ। वह भी तीन-चार सौ छात्रों के द्वारा. वह ओएमआर सीट लेकर सेंटर से बाहर आए। बाकि पूरे राज्य में कहीं ऐसी घटना नहीं हुई.
प्रश्नपत्र लीक अनावश्यक और भ्रामकता पूर्ण
70वीं बीपीएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने पर सफाई देते हुए पटना जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर ने शुक्रवार को छात्रों के हंगामे के बाद कहा कि पटना के बापू परीक्षा परिसर में 12 हजार अभ्यर्थियों का सेंटर था. यहां प्रत्येक कक्ष में 273 बच्चों का सिटिंग प्लान था. ऐसे में एक कक्ष के लिए एक बॉक्स में 288 प्रश्न पत्र आना चाहिए. एक बॉक्स में सिर्फ 192 प्रश्न पत्र था. इसी कारण जिस बॉक्स में सिर्फ 192 प्रश्न पत्र था. उस कक्ष के लिए शेष प्रश्न पत्र दूसरे हॉल से लिया गया. साथ ही जब शेष बचे प्रश्न पत्र के बंडल खुले बॉक्स के साथ दूसरे कक्ष में ले जाए गये तो कुछ छात्रों ने इस पर आपत्ति जताई. छात्रों को प्रश्नपत्र के बॉक्स क्यों खुले यह सही तरीके से बताया गया. इस पूरी प्रक्रिया में 10 से 15 मिनट की देरी भी हुई.
उन्होंने कहा कि छात्रों का कहा गया कि आपको अतिरिक्त समय मिलेगा लेकिन इसके बाद भी करीब 100 से 150 छात्रों ने प्रश्न पत्र का बंडल खुला रहने का आरोप लगाते हुए अफवाह फैला दी कि प्रश्न पत्र लीक हाे गया है और हंगामा करना शुरू कर दिया। जिलाधिकारी ने प्रश्नपत्र लीक होने के मामले को अनावश्यक और भ्रामकता पूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि जिन आरोपों की बात हो रही है उस पर बीपीएससी का जो निर्णय होगा उसे हमलोग मानेंगे.
ट्रेनाें में लटकर आये अभ्यर्थी
वहीं बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के फार्म भरे जाने के कारण परीक्षा केन्द्र भी उटपटांग दिये गये थे. राजधानी में रहने वाले ज्यादातर अभ्यर्थियों का परीक्षा केन्द्र दूसरे जिला में रहने के कारण अभ्यर्थियोंं काे वापसी में काफी मुश्किलाें का सामना करना पड़ा. राज्य के अलग-अलग जिलाें के स्टेशनाें पर अभ्यर्थी ट्रेनाें में लटक कर जाते देखे गये ताे कईयाें काे घर पहुंचने में देर रात भी हाे गयी.
हिन्दुस्थान समाचार