पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रस्तावित महिला संवाद यात्रा को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बयान पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि हमलोग उन्हें केवल शारीरिक रूप से बीमार समझते थे लेकिन वे मानसिक रूप से भी बीमार हैं और उन्हें मानसिक आरोग्य अस्पताल, कोईलवर में इलाज करना चाहिए। महिला-विरोधी लालू प्रसाद ने कभी महिलाओं को आरक्षण नहीं दिया.
सम्राट चौधरी ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव और हाल के विधानसभा उपचुनाव में राजद की करारी हार से लालू प्रसाद का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का “आंख सेंकने” जैसा ओछा बयान महिलाओं के प्रति उनकी घटिया सोच जाहिर करता है। ऐसी सोच के कारण वे महिला आरक्षण बिल का विरोध करते रहे। उनकी पार्टी ने लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक की प्रति फाड़ी थी।
चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संकल्प शक्ति के बल पर पिछली लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पारित हुआ। बिहार में नीतीश कुमार ने छात्राओं के लिए साइकिल-पोशाक योजना लागू की, स्नातक और परास्नातक पास करने वाली अविवाहित महिलाओं को प्रोत्साहन राशि दी और पुलिस सेवा में 35 फीसद आरक्षण दिया। महिलाएं राजद के राज में सर्वाधिक पीड़ित थीं।
सम्राट ने कहा कि 900 करोड़ रुपये के चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद की गंभीर शारीरिक बीमारियों के कारण राहत देते हुए न्यायालय ने नरमी बरतते हुए उन्हें जमानत दी लेकिन वे इसका दुरुपयोग कर राजनीतिक में सक्रिय हैं।
हिन्दुस्थान समाचार