पूर्णिया: पप्पू यादव धमकी मामले में अब नया मोड़ आ गया है. गिरफ्तार अपराधी के कबूलनामें ने सांसद पप्पू यादव की पोल खोल कर रख दी है. सांसद पप्पू यादव के यहां से बार-बार कहां जा रहा था की 25 से 30 बार मेरे यहां धमकी आ चुकी है. परंतु अब सारा मामला उल्टा हो गया.
पुलिस की गहन जांच में सामने आया है कि धमकी देने वाला व्यक्ति राम बाबू राय, जो कि जन अधिकार पार्टी का पुराना समर्थक है, वास्तव में एक षड्यंत्र का हिस्सा था. उसने खुलासा किया कि उसे सांसद की कथित ‘जेड’ सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए दो लाख रुपये का लालच दिया गया था.
पुलिस की पूछताछ में राम बाबू ने बताया कि महीने भर पहले सांसद के करीबी समर्थकों ने उससे संपर्क कर धमकी भरा वीडियो बनाने को कहा था. दो वीडियो बनाए गए थे जिसमें एक को भेजा गया और दूसरा वीडियो बाद में भेजा जाना था. इस पूरी साजिश में उसे एडवांस में दो हजार रुपये भी दिए गए थे.
पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने इस जटिल मामले की जांच जारी होने की पुष्टि की है और यह भी स्पष्ट किया कि राम बाबू का लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप से कोई संबंध नहीं है. जिन लोगों ने इस युवक से संपर्क किया था उनका जांच चल रहा है उसके बाद कार्रवाई होगी.
वास्तव में पूर्णिया में चर्चा का विषय था कि क्या कोई मर्डर करने वाला इतनी धमकी बार-बार सांसद पप्पू यादव को दे सकता है. अधिकतर लोगों का कहना था कि यह फर्जी प्लान है जेड श्रेणी सुरक्षा लेने के लिए. लोगों में अब यह चर्चा का विषय है कि क्या इतना झूठ इतना फरेब बोलकर संसदीय मर्यादा तार तार की जा सकती है क्या. कभी यह कहना कि 9000 बीघा जमीन था कभी यह कहना कि विदेश से मैं बुलेट प्रूफ गाड़ी मंगाई और अब जेड श्रेणी सुरक्षा के लिए इतना बड़ा झूठा एक सांसद को शोभा नहीं देता है. पूर्णिया के अधिकतर लोगों का कहना है कि पूर्णिया की यह बड़ी बेइज्जती है.
हिन्दुस्थान समाचार