पटना: बिहार में सीतामढ़ी जिले के दो लाख के इनामी सरोज राय की बीते देर शाम गुरुवार को हरियाणा-बिहार स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने गुरुग्राम में एनकाउंटर कर मार गिराया.
सीतामढ़ी सदर डीएसपी रामकृष्णा ने आज मीडिया को बताया कि बिहार एसटीएफ और हरियाणा पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में सरोज राय मारा गया है. सरोज पर करीब 30 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे.
डीएसपी ने बताया कि जिले में रून्नीसैदपुर से जदयू विधायक पंकज कुमार मिश्रा से रंगदारी मांगने और पैसा नहीं देने पर विधायक और उनके परिवार की हत्या की धमकी सरोज राय ने दी थी. जिसके बाद से बिहार पुलिस मुख्यालय ने सरोज राय की गिरफ्तारी के लिए दो लाख रुपये का इनाम रखा था। इसके बाद सरोज राय अंडरग्राउंड चल रहा था.
कुख्यात गैंगस्टर सरोज राय बिहार में सीतामढ़ी जिले के महिन्दवारा थाना अन्तर्गत बतरौली गांव से का रहने वाला था. जनवरी 2019 में सरोज के गुर्गे के पास से एके-56 जैसे घातक हथियार बरमाद किया गया था. इसी एके-56 से सरोज राय और उसके शार्गिदों ने महिन्दवारा थाना क्षेत्र के कुंडल में सड़क निर्माण कर रही कंपनी के मुंशी की गोलियो से भुनकर हत्या कर दी थी.
घटना के बाद पुलिस ने एके-56 बरामद किया और सरोज राय को बिहार एसटीएफ की मदद से नागालैंड भागने के दौरान पुर्णिया से गिरफ्तार किया था.
सीतामढ़ी के अलग-अलग थानों में सरोज राय के खिलाफ 30 से अधिक मामले दर्ज हैं. इसमें विधायक समेत कई लोगों से रंगदारी मांगने का आरोप भी था. सरोज राय कई संगीन अपराध कर चुका था. सरोज सीतामढ़ी के व्यापारी यतींद्र खेतान को भी साल 2014 में मौत के घाट उतार चुका.
सरोज राय ने रंगदारी न देने वाले करीब 6 लोगों को मार दिया था। पुलिस को करीब 10 साल से सरोज राय की तलाश थी. उस पर पहले 50 हजार का इनाम रखा गया, जिसे बाद में बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया गया था. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. उससे ताल्लुक रखने वाले बदमाशों को लगातार पकड़ कर उससे पूछताछ की जा रही थी. बिहार एसटीएफ भी इस मामले में सरोज राय की तलाश कर रही थी.
पुलिस मुख्यालय की ओर से सरोज राय की जानकारी देने वाले को बिहार पुलिस की ओर से दो लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई थी.
हिन्दुस्थान समाचार