संसद का शीतकालीन सत्र की कार्यवाही 27 नवंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थागित हो गई है. इसे पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने संसद परिसर में अपना संबोधन दिया. इस सत्र का कई मायनों में खास माना जा रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि यह सत्र लोकतंत्र और संविधान के लिए काफी महत्वपूर्ण है इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि वो इस सत्र को मिलकर सभी सांसद एकजुटता के साथ खास बनाएंगे.
#WATCH दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले PM मोदी ने कहा, "पुरानी पीढ़ी का काम है आने वाली पीढ़ियों को तैयार करें। लेकिन 80-90 बार जिनको जनता ने नकार दिया है वे न संसद में चर्चा होने देते हैं न लोकतंत्र की भावना का सम्मान करते हैं। न वो लोगों के प्रति अपना दायित्व… pic.twitter.com/8GZJ0SL9fk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2024
पीएम ने संसद के शीतकालीन सत्र के माहौल को शीत यानी ठंडा रहने की भी उम्मीद जताई ह, साथ ही कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है. इसी के साथ लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाही को 27 नवंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
यह सत्र हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड के विधानसभा चुनाव और कई राज्यों में हुए उपचुनाव की छाया में शुरू हो रहा है. सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा. संसद सत्र के सुचारु संचालन के लिए सर्वदलीय बैठक में सत्र के काम-काज पर चर्चा हुई. सरकार ने आश्वासन दिया है कि राज्यसभा सभापति, लोकसभा अध्यक्ष और कार्यमंत्रणा समिति के समक्ष इन्हें रखा जाएगा और उन पर उचित निर्णय लिया जाएगा.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संसद भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में 30 राजनीतिक दलों के 42 नेताओं ने हिस्सा लिया. संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बैठक साैहार्दपूर्ण माहौल में हुई और सरकार ने विपक्ष की मांगों और सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना. सरकार विपक्ष के सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं, हम केवल इतना चाहते हैं कि सदन सुचारु रूप से चले.
हिन्दुस्थान समाचार