पटना के पटेल नगर आसरा केंद्र में तीन बच्चियों की मौत का मामला अब तुल पकड़ लिया है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में बिहार सरकार को नोटिस भेजा है. आयोग ने दो सप्ताह के अंदर घटना का विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है. इस रिपोर्ट में पूछा गया है कि पीड़ितों की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति, प्रभावित व्यक्तियों या उनके परिवारों को मुआवजा दिया गया है या नहीं, वहीं भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बिहार सरकार क्या उपाय कर रही है?
बता दें कि पटना के पटेल नगर स्थित एक शेल्टर होम में रहने वाली 13 बच्चियों खाना खाने के बाद बीमार हो गई थी. जिसमें से दो ने पहले ही दम तोड़ दिया था, वहीं एक और बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. घटना को लेकर कहा गया कि फूड प्वाइजनिंग के कारण तीन बच्चियों की मौत हुई है. हालांकि मृतक बच्चियों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं आई है.
बिहार बाल संरक्षण आयोग के सदस्य राकेश कुमार सिंह ने बताया, “इस सेंटर पर कहीं ना कहीं बड़ी गलती हुई है, जिसके कारण इस तरीके की घटना सामने आई है. इस मामले की छानबीन के लिए आसरा केंद्र पर पहुंची थी. जब आयोग की टीम ने पूरे मामले की जांच की तो काफी लापरवाही देखने को मिली.”
बिहार सरकार हर जिले में अनाथ बच्चों के लिए शेल्टर होम एवं आसरा केंद्र एनजीओ के माध्यम से चलवाती है. ये सभी शेल्टर होम एवं आसरा केंद्र समाज कल्याण विभाग के अंदर ही आते हैं.