पूर्वी चंपारण: आबादी के मामले में पटना के बाद बिहार के दूसरे बड़े जिले पूर्वी चंपारण की वायु गुणवत्ता दिनो दिन खराब होती जा रही है. जिस कारण लोगों की सेहत बिगड़ रही है.
वायु गुणवत्ता मापक यंत्र की माने तो मोतिहारी शहर की हवा अब खतरनाक हो चुकी है. सुबह होने के बाद शाम तक यहां का एक्यूआई लेबल 150 को पार करने लगा है. जबकि स्वस्थ हवा का लेबल 0 से 50 एक्यूआई माना जाता है. बताया जा रहा है, कि तेज शहरीकरण के दौर में मोतिहारी शहर के बसावट या व्यवसायिक कार्यो के लिए पहले खाली जमीन को कचरा से भरा जा रहा है,फिर उन कचरे को जलाया जा रहा है. जिस कारण वायु प्रदूषण तेजी से बढ रहा है. इसके साथ ही इस मौसम में सड़क के किनारे पानी का छिड़काव नही होना भी वायु प्रदूषण बढने का कारण बताया जा रहा है.
इसके साथ ही कबाड़ दूकानो में बड़ी मात्रा प्लास्टिक जलाया जाना भी कारक बताये गये है. जो भी हो फिलवक्त वायु गुणवत्ता सुधारने को लेकर प्रशासनिक पहल जरूरी है. जिस दिशा में खासी उदासी देखी जा रही है।लिहाजा मोतिहारी शहर की वायु गुणवत्ता और खराब होने से इंकार नही किया जा सकता.
हिन्दुस्थान समाचार