पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बाढ़ प्रभावित एक लाख 52 हजार किसानों को डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के द्वारा सीधे उनके खाते में कुल 101 करोड़ रूपये की राशि का अंतरण किया.
वर्ष 2024 में सितम्बर माह में हुयी बारिश एवं गंगा, कोशी, गंडक, बागमती तथा अन्य नदियों के जलस्तर में हुयी वृद्धि के फलस्वरूप आयी बाढ़ के कारण हुयी फसल क्षति का प्रतिविदेन सभी प्रभावित जिलों से प्राप्त करने के उपरांत कृषि इनपुट अनुदान योजना के अन्तर्गत प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति की राशि राज्य सरकार द्वारा दी जा रही है. आज के कार्यक्रम में यह राशि प्रथम चरण के लिये वितरित की गयी है. अन्य प्राप्त आवेदनों का सत्यापन कर बाकी प्रभावित किसानों को भी राशि जल्द ही वितरित की जायेगी.
कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी देते हुये बताया कि गंगा एवं अन्य नदियों में जलस्तर बढ़ने के फलस्वरूप प्रथम चरण में आयी बाढ़ से 16 जिले के 66 प्रखण्ड और 580 पंचायत का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ. अत्याधिक वर्षापात एवं कोशी, गंडक एवं बागमती सहित अन्य नदियों के जलस्तर के बढ़ने के फलस्वरूप दूसरे चरण में आयी बाढ़ के कारण 16 जिले के 69 प्रखण्ड और 580 पंचायतों का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ. प्रभावित प्रति किसान को सिंचित क्षेत्र के लिये 17 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, असिंचित क्षेत्र के लिये 8500 रूपये प्रति हेक्टेयर तथा शाश्वत फसल के लिये 22 हजार 500 रूपये प्रति हेक्टेयर का कृषि इनपुट अनुदान दिया जा रहा है. प्रति किसान अधिकतक दो हेक्टेयर के लिये अनुदान दिया जा रहा है.
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को राज्य सरकार हरसंभव सहायता उपलब्ध कराती है. हमलोग आपदा पीड़ितों की सहायता के लिये लगातार तत्पर रहते हैं. आज प्रथम चरण में आयी बाढ़ से प्रभावित किसानों के खाते में राशि अंतरित की गयी है. शेष प्रभावित किसानों के खाते में राशि यथाशीघ्र अंतरित करायें.
हिन्दुस्थान समाचार