इंदौर जिले के डॉ. आंबेडकर नगर (महू) से रतलाम आ रही डेमू ट्रेन के इंजन में रविवार शाम को रुनिजा से प्रीतमनगर स्टेशन के बीच अचानक आग लग गई. इंजन से धुंआ उठता देख चालक ने ट्रेन रोक दी और इंजन में रखे अग्निशमन यंत्र से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद रेलवे ट्रेक के किनारे खेतों में मौजूद किसानों, ग्रामीणों ने खेत में सिंचाई के लिए लगाए मोटरपंप, पाइप से पानी डालकर आग बुझाई. आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है. हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है.
जानकारी के अनुसार, रविवार को ट्रेन डॉ आंबेडकर नगर से रवाना होकर इंदौर होते हुए रतलाम जा रही थी. इसी दौरान रविवार शाम करीब सवा पांच बजे रुनिजा स्टेशन से रवाना होने के बाद उसके आगे के हिस्से में आग लगने के बाद धुंआ उठने लगा. इससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और ट्रेन रूकने पर कुछ यात्री सामान लेकर कोच से बाहर निकलकर खेतों में चले गए. ट्रेन में जिस स्थान पर आग लगी, वहां फायरब्रिगेड के आने के लिए रास्ता नहीं था. रेलवे ट्रैक किनारे खेतों में रबी की फसल के लिए सिंचाई कर रहे किसानों के पास पर्याप्त साधन होने से किसानों, ग्रामीणों ने इंजन तक पाइप लाकर पानी डालना शुरू किया. इससे आग पर काबू पाया जा सका.
रतलाम रेल मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है. घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नही हुई है. चलती ट्रेन में लगी आग की खबर ग्रामीणजनों को लगी तो वे घटना स्थल पर एकत्र हो गए. पास मे ही बाबू लाल सूर्यवंशी के खेत में लगे नलकूप से पाइप लगाकर आग बुझाई. फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गए थे. इस दौरान करीब 40 मिनट तक ट्रेन रास्ते में ही खड़ी रही. आग बुझाने के बाद रेक में अल्टरनेट इंजन से ट्रेन रतलाम की ओर रवाना हुई, लेकिन मुख्यालय से मिले निर्देश पर कुछ दूरी पर फिर से ट्रेन रोक दी गई.
डीआरएम रजनीश कुमार सहित अन्य अधिकारियों के साथ तकनीकी टीम के आने व जांच करने के बाद शाम करीब 7:30 बजे ट्रेन को रतलाम से आए वैकल्पिक इंजन से रतलाम के लिए रवाना किया गया. ट्रेन के लोको पायलट अनूप जायसवाल ने बताया कि आग कैसे लगी, इसकी जानकारी जांच के बाद ही पता चल पाएगी.
हिंदुस्थान समाचार
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