बिहार में 13 नवंबर को 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. जिसमें से तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज सीट शामिल है. जनसुराज पार्टी ने 3 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे है. पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बेलागंज से प्रोफेसर खिलाफत हुसैन, इमामगंज से डॉक्टर जितेंद्र पासवान और तरारी से एसके सिंह जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. लेकिन ये चुनाव प्रशांत किशोर के लिए चुनौती भरी दिखाई दे रहा है.
बेलागंज सीट पर कार्यकर्ताओं का हंगामा
बेलागंज सीट से सब को पता था कि प्रशांत किशोर कोई मुस्लिम उम्मीदवार ही मैदान में उतारेंगे. इस सीट से उपचुनाव के लिए उन्होंने बैठक बुलाई थी. जब बेलागंज सीट से उम्मीदवार के नाम की घोषणा हुई तो कार्यकर्ता हंगामा करने लगे. क्योंकि जिस नाम की उम्मीद की जा रही थी, उसे प्रत्याशी नहीं बनाया गया था.
चर्चा थी कि बेलागंज से मोहम्मद अमजद, प्रो. सरफराज खान, प्रो. खिलाफत हुसैन, दानिश और मुस्तकीम पांच दावेदार के नाम लिए गए थे. इसमें से मो. अमजद का नाम भी फाइनल हो गया था. लेकिन अचानक फैसले को पलटते हुए खिलाफत हुसैन के नाम की घोषणा हो गई और इतने में लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी. उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें प्रशांत किशोर कह रहे हैं, “नारा लगाओगे तो गर्दन कट जाएगा… शांति से बैठिये, दबाव नहीं बना सकते हैं.
प्रशांत किशोर ने 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में 40 मुस्लिम उम्मीदवारों उतारने का वादा कर चुके हैं. लोकिन अभी का हाल देखकर ऐसा लग रहा है कि वादा को पूरा करना चुनौतीपूर्ण होगा.
क्या जनसुराज तरारी सीट से बदलेगा उम्मीदवार?
तरारी से जन सुराज ने सेना से रिटायर श्रीकृष्ण सिंह को उम्मीदवार बनाया है. अब सबसे बड़ी चुनौती ये है कि श्रीकृष्ण सिंह भोजपुर के करथ गांव के निवासी है, लेकिन सेना से रिटायर होने के बाद वो दिल्ली में रह रहे हैं. और वोटर लिस्ट दिल्ली का ही है, जबकी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए बिहार का ही वोटर होना जरूरी है. ऐसे में अब पीके को किसी और नेता को उम्मीदवार बनाना होगा.