बिहार में 13 नवंबर को 4 सीटों पर उपचुनाव होना है. इसे लेकर जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर फुल एक्शन मोड में है. उन्होंने 16 अक्टूबर को तरारी सीट से सेना के रिटायर्ड अधिकारी एसके सिंह को चुनाव के मैदान में उतारा था. वहीं, दो दिन बाद आज 19 अक्टूबर को पीके ने बेलागंज और इमामगंज सीट से अपने उम्मीदावार की घोषणा कर दी है. बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से प्रोफेसर खिलाफत हुसैन को उम्मीदवार बनाया है.
वहीं, इमामगंज विधान सभा क्षेत्र से डॉक्टर जितेंद्र पासवान को चुनाव के मैदान में उतारा है. प्रशांत किशोर ने दोनों सीट पर कैंडीडेट की नाम की घोषणा गया में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया.
कौन हैं डॉक्टर जितेंद्र पासवान?
डॉ. जितेंद्र पासवान शिशु रोग विशेषज्ञ हैं. न्यूनतम शुल्क में बेहतर इलाज के लिए वे जाने जाते हैं. उन्होंने कोविड-19 के दौरान शेरघाटी अनुमंडल में लोगों को फ्री चिकित्सीय सेवा प्रदान की थी. साथ ही वे पूर्व मुखिया प्रतिनिधि और पूर्व पंचायत समिति प्रतिनिधि भी रह चुके हैं.
कौन हैं प्रोफेसर खिलाफत हुसैन?
प्रोफेसर खिलाफत हुसैन मिर्जा गालिब कॉलेज में लेक्चरर (1976-2002) रह चुके हैं. 2002-2017 तक वे गणित विभाग के एचओडी भी रहे हैं. 1972-76 तक चाकंद में आजाद हाई स्कूल में गणित के शिक्षक भी रहे थे.
दिलचस्प होगा मुकाबला
प्रशांत किशोर ने इमामगंज सीट से डॉक्टर जितेंद्र पासवान को उम्मीदवार बनाकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है. ऐसा इसलिए क्याोंकी इस सीट से जीतन राम मांझी विधायक थे. इसके बाद लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं, फिलहाल ने केंद्रीय मंत्री पद हैं. अब डॉक्टर जितेंद्र सीधे तौर पर जीतन राम मांझी की पार्टी से भिड़ेंगे.
वहीं, बेलागंज सीट की बात करें तो ये सीट राजद का परंपरागत गढ़ रहा है. सुरेंद्र यादव यहां से विधायक रहे हैं और फिलहाल वे जहानाबाद से सांसद बने हैं. जनसुराज पार्टी ने इस सीट से हुसैन मिर्जा गालिब को उम्मीदवार बनाया है. अब यहां मुस्लिम-यादव समीकरण देखने को मिलेगा.