राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. दिवाली से पहले ही राजधानी के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानि एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया. शुक्रवार सुबह सबसे ज्यादा एक्यूआई जहांगीर पुरी में 467 और मुंडका में 445 दर्ज किया गया. पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके में स्मॉग की चादर छाई हुई है क्योंकि AQI गिरकर 339 पर पहुंच गया है, जिसे ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा गया है.
#WATCH | A layer of fog engulfs Anand Vihar area of Delhi as the AQI drops to 339, categorised as ' Very Poor'. pic.twitter.com/ungUYgIqSl
— ANI (@ANI) October 18, 2024
अक्षर धाम इलाके में भी 293 एक्यूआई दर्ज किया गया है. इंडिया गेट और आसपास के इलाकों में कोहरे की परत छाई है, यहां AQI गिरकर 270 पर पहुंच गया है, जिसे ‘खराब’ श्रेणी में रखा गया है.
#WATCH | A layer of fog engulfs Delhi as the AQI drops to 293 categorised as 'Poor'. Visuals from the Akshardham area. pic.twitter.com/YDFoSfPBUK
— ANI (@ANI) October 18, 2024
गुरूवार को भी राजधानी में 13 निगरानी केंद्रों पर संकेतक ‘रेड जोन’ में रहे. सीपीसीबी द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार बृहस्पतिवार को दिल्ली का एक्यूआई 285 दर्ज किया गया. एक दिन पहले यह 230 रहा था. यानी 24 घंटे के भीतर इसमें 55 अंकों का इजाफा हो गया.केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार गुरुवार को 13 (वायु गुणवत्ता) निगरानी केंद्रों जैसे अशोक विहार, द्वारका सेक्टर 8, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, रोहिणी, बवाना, बुराड़ी, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, ओखला फेज 2, शादीपुर और विवेक विहार में ‘रीडिंग’ 300 से ऊपर दर्ज की गई. जिसके बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ‘ग्रीन वॉर रूम के माध्यम से ज्यादा प्रदूषण वाले 13 क्षेत्रों की निगरानी के लिए विशेष अभियान शुरू किए जाएंगे.”
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार 21 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान पर काम कर रही है. सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए 25 सितंबर को इसकी रूपरेखा तैयार की थी. जिसमें प्रदूषण नियंत्रण की निगरानी के लिए एक ‘वॉर रूम’ की स्थापना, पराली के प्रबंधन के लिए जैव घोल का छिड़काव, तथा निर्माण स्थलों को लक्ष्य बनाकर धूल रोधी अभियान चलाना शामिल है. सरकार ने आज प्रदूषण को लेकर इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई है.
लोगों के सेहत पर पड़ रहा असर
इसी बीच लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी है. आंखों में जलन की समस्या भी आ रही है. प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण लोग मॉर्निंग वॉक पर जाने से परहेज कर रहे हैं. डॉक्टरों ने भी मॉस्क लगाकर घर से निकलने की सलाह दी है.
दिल्ली में GRAP-1 लागू
दिल्ली में वायु की खराब गुणवत्ता को देखते हुए ग्रेप-1 लागू कर दिया गया है. साथ ही पटाखों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और गोपाल राय ने दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक के बाद बताया गया था कि धूल प्रदूषण रोकने के लिए 99 टीमें निर्माण स्थलों का निरीक्षण करेंगी, जिसमें पीडब्ल्यूडी से 200, एमसीडी से 30, एनसीआरटीसी 14 और डीएमआरसी से 80 एंटी स्मॉग गन की तैनाती की जाएगी.धूल प्रदूषण को कम करने के लिए PWD वाहन राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में पानी का छिड़काव करते नजर आए.
#WATCH | Delhi: PWD vehicles sprinkle water in the parts of the national capital to reduce dust pollution in compliance with GRAP-1.
(Visuals from Sarai Kale Khan) pic.twitter.com/FjzxyLVInp
— ANI (@ANI) October 18, 2024
AQI मीटर जानें
0 से 50 के बीच एक्यूआई- ‘अच्छा’
51 से 100 तक एक्यूआई- ‘संतोषजनक’
101 से 200 तक एक्यूआई- ‘मध्यम’
201 से 300 तक एक्यूआई- ‘खराब’
301 से 400 तक एक्यूआई – ‘बहुत खराब’
401 से 500 तक एक्यूआई – ‘गंभीर’ श्रेणी
बीजेपी ने AAP सरकार पर साधा निशाना
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब होने पर बीजेपी ने आतिशी सरकार को घेरा है. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि पिछले 10 साल से दिल्ली में चल रही AAP सरकार का प्रदूषण कम करने का कोई इरादा नहीं है. प्रदूषण फिर से हानिकारक होता जा रहा है और हवा प्रदूषित है लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. यह तो बस शुरुआत है. 4-5 महीने बाद चुनाव हैं, मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि बीजेपी को फिर से दिल्ली, दिल्ली बनाने का मौका दें. उन्होंने कहा, समस्या आने पर सरकार जागती है, जिस दिन समस्या आने से पहले जागना शुरू हो जाएगा, उस दिन दिल्ली की समस्याएं हल हो जाएंगी.