बिहार में जहरीली शराब का मुद्दा तुल पकड़ता जा रहा है. अब तक राज्य में जहरीली शराब से 24 लोगों की मौत हो चुकी है. सिवान जिले में 20 लोगों का जान चली गई, तो वहीं सारण में 4 लोगों की मौत हो गई है. मौत की आंकड़े बढ़ने पर अब ये मामला राजनीति मोड़ ले लिया है. राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से बढ़ते मौत की आंकड़ों से पूरा बिहार हिल गया है. सत्ता के संरक्षण में जहरीली शराब का धंधा फल फूल रहा है.
शक्ति सिंह यादव ने कहा, “सत्ता के संरक्षण में यह सब हो रहा है. होम डिलीवरी सत्ता में बैठे हुए लोग करवा रहे हैं. जदयू के संगठन के अध्यक्ष शराब के साथ पकड़े जाते हैं, कोई कार्रवाई नहीं होती है. पहले भी मौतें हो चुकी हैं, लेकिन सरकार नहीं चेती. पहले भी छपरा में जहरीली शराब से मौत हो चुकी है. नवादा,बेतिया और मोतिहारी में भी जान जा चुकी है.”
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एमपी जो अपने कोष से एंबुलेंस देता है, उससे भी अवैध शराब का धंधा हो रहा है. लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. क्योंकि सरकार के संरक्षण में हो रहा है. मुख्यमंत्री को सब पता है, बावजूद इसके कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? इसका जवाब बिहार की जनता जानना चाहती हैं.
शक्ति सिंह यादव आगे कहा कि राजद बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद भी शराब क्यों मिल रहा है? अवैध शराब कौन बना रहा है? इसका जवाब सरकार नहीं दे पा रही है. क्योंकि सत्ता पक्ष ही इस धंधे में लगा हुए है.