पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बुधवार शाम वेटनरी मैदान में अपनी पार्टी की घोषणा कर दी. बीते दो वर्ष पूर्व गांधी जयंती के दिन अपने राजनीतिक सफर की चंपारण से शुरुआत करने वाले जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पार्टी का नाम जनसुराज पार्टी ही रखा है. पार्टी की घोषणा के मौके पर अपने संबोधन में प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोगों को दिल्ली की मेहरबानी नहीं चाहिए. यहां के लोग इतना संक्षम बनेंगे कि दूसरे प्रदेश के लोगों की मदद करेंगे.
प्रशांत किशोर ने वादा किया कि सरकार में आते ही एक घंटे के अंदर बिहार में विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था लागू करेंगे. सांसद-विधायक बनकर भी काम नहीं किया तो हटा दिये जाएंगे. उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वे आने वाले विधानसभा उप चुनाव में चार सीटों पर चुनाव भी लड़ेंगे. प्रशांत किशोर ने बिहार से शराबबंदी को हटाने की भी बात कही. कार्यक्रम में राज्यभर से हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे. सभा स्थल पर अनोखा मंच बनाया गया था, जिस पर एक साथ पांच हजार से अधिक लोगों की बैठने की व्यवस्था थी.
जन सुराज स्थापना अधिवेशन में पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष मधुबनी के रहने वाले मनोज भारती को बनाया गया है. उन्होंने नेतरहाट से पढ़ाई की है. साथ ही आईआईटी कानपुर से शिक्षा ग्रहण की है. इसके अलावा आईआईटी दिल्ली से एम टेक किया है. फिर आईएफएस बनकर वह दुनिया के कई देशों में भारत के एम्बेसडर रहे.
जनसुराज पार्टी की लॉन्चिंग होने के बाद बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. राजद, जदयू, भाजपा से लेकर कांग्रेस तक सभी राजनीतिक दल जनसुराज पर निशाना साधने लगे हैं. इन सभी के टारगेट पर प्रशांत किशोर हैं. राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने जनसुराज पार्टी को भाजपा की बी टीम बताया. साथ ही कहा कि भाजपा ने अपने बूते पर सरकार बनाने के लिए हर तरह से नाक रगड़ने का प्रयास कर रही है. प्रशांत किशोर पर भाजपा के सम्राट चौधरी ने कहा है कि ऐसे दल बनते रहते हैं. बिहार में तो इनके जैसे दो सौ पार्टियां है. इसका असर भाजपा पर नहीं पड़ेगा.
हिन्दुस्थान समाचार