पटना: बिहार बाढ़ से जूझ रहा है. 16 जिले ऐसे हैं जो बाढ़ प्रभावित हैं. नेपाल में हुई भारी बारिश का असर बिहार में देखने को मिला. इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का एरियल सर्वेे किया और हालात की जानकारी ली. साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिये.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव कार्य में किसी तरह की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मुख्यमंत्री के साथ मंत्री विजय चौधरी, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सलाहकार दीपक कुमार मौजूद थे. इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने 20 सितंबर को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया था और अधिकारियाें काे राहत कार्य जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया था. हालांकि, इसके बाद कई जिलाें में बांध टूटने का सिलसिला जारी रहा और बाढ़ की स्थिति और भी भयावह हाे गयी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने मंगलवार काे फिर से एरियल सर्वे किया.
उल्लेखनीय है कि नेपाल से छाेड़े गये पानी से बिहार में बाढ़ के कारण 16 जिलों के करीब चार लाख लोग प्रभावित हो गए हैं. बाढ़ से हाहाकार की स्थिति बन गई है. जिला प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं लेकिन वह नाकाफी साबित हो रहे हैं. सरकार द्वारा प्रभावित इलाकों में लोगों के लिए तमाम तरह की मदद पहुंचाई जा रही है लेकिन बड़े स्तर पर राहत और बचाव कार्य चलाने की जरूरत है.
हिन्दुस्थान समाचार