जनसंख्या के मामले में भारत दुनिया के पहले स्थान पर आता है. युवा जनसंख्या के मामले में भारत दुनिया में चौथे स्थान पर आता है. लेकिन इसी बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. भारत की युवा जनसंख्या की औसत आयु 24 वर्ष थी, अब वो बढ़कर 29 वर्ष हो गई है. इस हिसाब से युवाओं की संख्या कम हो रही है. वर्ष 2024 में देश की जनसंख्या की ग्रोथ रेट 1% पर पहुंच गई, जो 1951 के बाद सबसे धीमी है. 1951 में यह 1.25% थी. 1972 में 2.2% उच्चतम स्तर पर थी.
वर्ष 2021 में यह ग्रोथ रेट 1.63% थी. 2011 की बात करें तो देश की जनसंख्या 121.1 करोड़ थी. ये अब बढ़कर 142 करोड़ के करीब पहुंच गई है. बता दें कि ये अनुमान SBI की जनसंख्या पर आई ताजा रिसर्च रिपोर्ट में लगाए गए हैं.
बढ़ती जा रही बुजुर्गों की संख्या
वर्ष 2050 तक 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की संख्या हो जाएगी.
वर्ष 2036 तक भारत की जनसंख्या का कुल12.5% होगी.
2050 तक यह संख्या 19.4% तक पहुंच जाएगी.
2010 में बुजुर्गों की संख्या 91.6 मिलियन थी.
2025 में ये बढ़कर 158.7 मिलियन होने की संभावना है.
BPL के नीचे 40% बुजुर्ग जनसंख्या है.
18.7% बुजुर्ग जनसंख्या के पास आय का स्थायी स्रोत नहीं हैं.