पटना: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बिहार के युवाओं के साथ दूसरे राज्यों में हो रहे दुर्व्यवहार पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में बिहार के लोगों का अपमान हो रहा है. बिहारी व्यक्ति को मूर्ख, अनपढ़ और मजदूर समझा जाता है. आज बिहारी शब्द गाली बन गया है. आज पूरे देश में बिहार के बच्चों का जो अपमान हो रहा है, उसके लिए बिहार के नेता जिम्मेदार हैं.
प्रशांत किशोर ने बिहार के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार ज्ञान की धरती रही है. दुनिया भर से लोग शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने के लिए बिहार आते थे. बिहार के नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय पूरी दुनिया में प्रसिद्ध थे. उन्होंने कहा कि बिहार वह धरती है, जहां देवताओं ने भी ज्ञान प्राप्त किया. एक समय था जब पूरे देश पर बिहार से शासन होता था लेकिन बिहार के नेताओं के जंगलराज और अफसर राज का नतीजा है कि आज बिहार के बच्चे और युवा महज दस से बारह हजार रुपये के लिए पूरे देश में जाकर मजदूरी करने को मजबूर हैं. उन्हें अपना घर-परिवार छोड़कर दूसरे राज्यों में मजदूरी करनी पड़ती है. साथ ही अपमान और दुर्व्यवहार सहना पड़ता है. इसलिए जन सुराज का संकल्प है कि इस व्यवस्था को बदला जाए. बिहार के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, ताकि कोई उन्हें अनपढ़ और मूर्ख कहकर अपमानित न करे.
हिन्दुस्थान समाचार