सहरसा। 15वीं वित्त आयोग की राशि में लगातार कटौती किये जाने एवं राज्य में विकास कार्य अवरूद्ध होने को लेकर कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेंगी। उक्त बातें कांग्रेस कार्यालय में शनिवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर जिलाध्यक्ष मुकेश झा ने संवाददाताओं को जानकारी दी।
झा ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में बिहार का तेजी से विकास होगा भी मोदी जी के अन्य जुमलेबाजी की तरह जुमला साबित हो रहा है। गांव की सुरत बदलने से जुड़ी 15 वित्त आयोग की राशि में लगातार कटौती से बिहार को 61195 करोड़ की क्षति हुई है। कटौती से अवरूद्ध विकास योजना एवं अन्य विकास लगातार बैठक कर स्थिति से निपटने के लिए रणनीति बना रही है और भाजपा व जद यू के नेता व मंत्री चुप्पी साधे हुए हैं।वही राज्य सरकार केन्द्र से अपनी बकाये राशि के भुगतान के लिए गुहार लगा रही है। यही है डबल इंजन सरकार की हकीकत। बीते 8 वर्षों में केन्द्र की हिस्सेदारी में 8 फीसदी की कमी हो गयी है। यही नहीं केन्द्रीय वित्त आयोग की ओर से बिहार को दी जाने वाली राशि में लगातार कमी होती जा रही है।
बिहार को 15वें वित्त आयोग के पहले तीन वर्षों में 21 हजार करोड़ रुपए कम मिले हैं। बिहार को 2020-21 से अगले तीन वर्षों में 2.67 लाख करोड़ मिलना था, लेकिन उसे महज 2.46 करोड़ ही मिला। बिहार को वित्त आयोग की ओर से अनुशंसित राशि के हिसाब से कभी पूरा पैसा नहीं मिला। योजना एवं विकास विभाग के अनुसार इस कटौती के कारण बिहार को बीते आठ वर्षों में लगभग 61195 करोड़ की क्षति हो चुकी है।इसके अलावा कोशी क्षेत्र भी वित्तीय आवंटन के अभाव में रेल विभाग, में निधि के आभाव में योजनाओं का लंबित रहना, ओवरब्रिज नही बनना,मनरेगा में कटौती, प्रधानमंत्री आवास में कटौती रहा है।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि सबसे आश्चर्यज बात है कि अपने परम मित्र अडानी को स्मार्ट प्रीपेड मीटर के माध्यम से कमाने का स्रोत दिया गया।वही बिहार सरकार जमीन के नाम पर किसानों एवं रैयतों से दाखिल खारिज के नाम पर भ्रष्टाचार में लिप्त है।उन्होंने बताया कि कांग्रेस कमिटि इस मुद्दो को लेकर आंदोलन करेगें।इस अवसर पर वरीय नेता मो नईम उद्दीन, प्रेम लाल शर्मा, विरेन्द्र पासवान,बैधनाथ झा,आशीष कुमार, मंगल झा,बेचन पासवान मौजूद थें।
हिन्दुस्थान समाचार