नई दिल्ली: भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान की शुरुआत की है. एफसीआई के अभियान का मुख्य फोकस ‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ पर आधारित है. यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2024 तक देशभर में चलाया जाएगा.
उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि एफसीआई ने 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर, 2024 तक स्वच्छता अभियान चलाने की एक योजना बनाई है. इस अभियान को देशभर में 760 स्थानों पर जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल (उत्तर से दक्षिण) और गुजरात से लेकर पूर्वोत्तर राज्यों (पश्चिम से पूर्व) तक के सभी एफसीआई कार्यालयों, जोनल, क्षेत्रीय एवं जिला और दूरदराज के क्षेत्रों को कवर करने वाले गोदामों में शुरू किया गया है.
मंत्रालय ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम ने 17 सितंबर, 2024 से शुरू होने वाले इस अभियान के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है, जिसमें ‘संपूर्ण समाज’ दृष्टिकोण पर जोर देते हुए तीन प्रमुख स्तंभों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. इस अभियान की प्रगति की नियमित रूप से SHS पोर्टल https://swachhatahiseva.gov.in पर निगरानी की जाएगी. मंत्रालय के मुताबिक चूंकि स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक चलेगा और स्वच्छ भारत दिवस पर समाप्त होगा, इसलिए यह सभी नागरिकों, भागीदारों और हितधारकों के लिए इस राष्ट्रीय अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर प्रस्तुत करता है.
उल्लेखनीय है कि भारतीय खाद्य निगम देशभर के किसानों से एमएसपी पर गेहूं और धान खरीदता है. ये विभिन्न परिवहन साधनों के माध्यम से प्रति वर्ष करीब 50 मिलियन टन खाद्यान्न का परिवहन करके यह भी सुनिश्चित करता है, ताकि देश के हर हिस्से में गेहूं और चावल उपलब्ध हो. इसके बाद इस गेहूं और चावल को 2000 से अधिक एफसीआई के गोदामों में संग्रहीत किया जाता है और 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में उचित मूल्य की दुकानों के देशव्यापी नेटवर्क के माध्यम से वितरित किया जाता है.
हिन्दुस्थान समाचार