फारबिसगंज/ अररिया: अररिया के रानीगंज प्रखंड क्षेत्र की मझुआ पंचायत के वार्ड संख्या-10 और 13 में अज्ञात बीमारी से तीन बच्चे और दो बुजुर्ग सहित पांच व्यक्ति की मौत हो गई. बीमार बच्चे और बुजुर्ग में मौत से पहले बुखार,दस्त, उल्टी सहित शरीर में कंपन की शिकायत थी. इससे ग्रामीण सहमे हुए हैं. सूचना मिलने पर प्रखंड मुख्यालय से मेडिकल टीम ने गांव पहुंचकर बीमार बच्चों की जांच कर दवा दी. किस बीमारी से मौत हुई है. इसका पता नहीं चल पाया है। मृत बच्चों के स्वजन का दावा है कि मौत चमकी से हुई है.
अरविंद ऋषिदेव के चार वर्षीय पुत्र रौनक कुमार की मौत शनिवार को हुई थी. रविवार को लवकुश ऋषिदेव के डेढ़ माह के पुत्र अंकुश कुमार व सोमवार को मन्नू ऋषिदेव की सात साल की बेटी गौरी कुमारी की मौत पूर्णिया में उपचार के दौरान हो गई.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में अभी भी डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चे सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित हैं. सोमवार को कोहवारा एपीएचसी के सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ अफसर) हरीश गौयल, एएनएम मिक्की कुमारी और आशा फैसिलेटर रेखा कुमारी ने गांव में बीमार बच्चों की जांच की.
सीएचओ हरीश गोयल ने बताया कि सभी बच्चों में सर्दी, खांसी व बुखार के लक्षण हैं. इन्हें दवा दी गई है. मृत बच्चों के स्वजन के पास कोई मेडिकल जांच रिपोर्ट नहीं थी. इस कारण यह स्पष्ट नहीं हो सका कि मौत का क्या कारण है. मामले की पूरी जानकारी ली जा रही है. इन बच्चों को बुखार हुआ था. ग्रामीण चिकित्सकों ने उपचार किया था, लेकिन तबीयत अधिक बिगड़ने पर पूर्णिया के एक अस्पताल में इन्हें भर्ती कराया गया था. वहीं पर बच्चों की मौत हुई.
गांव में 15 से 20 बच्चों में सर्दी, खांसी व तेज बुखार के लक्षण थे. जांच टीम ने अभिभावकों को कहा है कि वे बच्चों को रेफरल अस्पताल में भर्ती कराएं. घटना के बाद मझुआ पंचायत के लोगों में दहशत का माहौल देखा जा रहा है. मृतकों में चिरवाहा गांव निवासी अरविंद ऋषि देव के तीन वर्षीय बेटे रौनक कुमार, नंद कुमार ऋषि देव के दो महीने के बेटे अंकुश कुमार, मुन्ना ऋषि देव की 8 वर्षीय बेटी गौरी कुमारी, अगम लाल पासवान की 58 वर्षीय पत्नी शर्मा देवी और अनूप लाल शर्मा के 62 वर्षीय बेटे रामू शर्मा बताएं जा रहे हैं. मृतक बच्चे रौनक कुमार के परिजनों ने बताया कि उनके बच्चों को अचानक से किया हुआ, यह वह लोग भी नहीं समझ पाए.
रानीगंज प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रेफरल अस्पताल रोहित कुमार ने बताया की जानकारी मिलने पर गांव में मेडिकल टीम भेजी गई है. जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर किस बीमारी से इन बच्चों की मौत हुई है. बीमार बच्चों का उपचार कराया जा रहा है. पल-पल की जानकारी प्राप्त की जा रही है.
घटना की जानकारी मिलने के बाद सिविल सर्जन डॉ. केके कश्यप गांव पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि पांच लोगों की मौत हुई है और जांच के बाद ही पता चलेगा कि आखिर कौन सी बीमारी है. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्ट्या यह चमकी बुखार जैसा प्रतीत हो रहा है.
डीएम इनायत खान ने कहा है कि गांव के स्कूल में ही बच्चों की स्क्रीनिंग करवाई जा रही है. गांव में मेडिकल टीम अज्ञात बीमारी से हुई मौत की जांच में जुटी हुई है. वही, बताया गया की बच्चों की मौत के सही कारण का पता नहीं चल पाया है, क्योंकि परिवार के सदस्यों ने पहले ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया. गांव के 3 और बच्चे निमोनिया जैसे लक्षणों से पीड़ित हैं जिन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टर लगातार उनकी स्थिति पर नजर रख रहे हैं. हम स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और बच्चों की मौत का कारण का पता चिकित्सा विशेषज्ञों की रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा.
हिन्दुस्थान समाचार