पटना: बिहार में मॉनसून की बेरुखी से करीब आधा बिहार सूखे की चपेट में है. यह ट्रेंड लगातार कई वर्षों से बन रहा है. राज्य के 21 जिलों में सुखाड़ की स्थिति बन रही है. इन जिलों में बीते कई वर्षों से औसत से 59 प्रतिशत कम बारिश हो रही है जबकि 14 जिलों में स्थिति सामान्य रह रही है. मात्र तीन जिलों में ही बारिश 60 प्रतिशत से अधिक हो रही है.
बिहार कृषि विभाग की ओर से राज्य में सुखाड़ के ट्रेंड के विश्लेषण करने के दौरान ये तथ्य सामने आये हैं. विश्लेषण में विभाग ने इसे इसे खेती-किसानी के लिए चुनौती माना है. लाखों किसानों की आजीविका से जुड़ा मसला बताया गया है. राज्य के तीन जिले पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज और सीवान में सूखे का असर नहीं है. इन तीनों जिलों में सामान्य से 60 प्रतिशत अधिक तक बारिश होती है. कम बारिश का ट्रेंड इन तीनों जिलों में नहीं है.
बिहार के बक्सर, भभुआ, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, सारण, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, किशनगंज में सामान्य स्थिति बनी रह रही है. इन जिलों में सामान्य बारिश हो रही है। बिहार के रोहतास, भोजपुर, पटना, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, वैशाली, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, सहरसा, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर, जमुई, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका जिले सुखाड़ से प्रभावित हैं। 1100 से 1200 एमएम राज्य में बारिश का औसत आंकड़ा है. इन जिलों में 59 प्रतिशत तक बारिश कम हो रही है.
हिन्दुस्थान समाचार