पटना: बिहार में डेंगू के मरीजाें की संख्या में इजाफा हाे रहा है. इसे देखते हुए पटना के एनएमसीएच हॉस्पिटल में डेंगू की जांच से इलाज तक की निःशुल्क व्यवस्था है. अस्पताल में 55 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है, जिसमें 20 बेड महिलाओं के लिए तथा 20 बेड पुरुषों के लिए हैं. इसके अलावा 10 बेड बच्चों के लिए हैं. पांच बेड इमरजेंसी के लिए लगाये गये है। अस्पताल में जीरो ड्रग परचेसिंग पॉलिसी के तहत डेंगू का इलाज चल रहा है, जिससे मरीज के परिजन काे बाहर से कुछ लाने की जरूरत नहीं हाेगी.
राजधानी पटना के अलावा विभिन्न जिलों में भी डेंगू के मामले आये हैं. एक से 30 अगस्त तक राज्य में 728 डेंगू के मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही जिला अस्पतालों में 10 बेड और अन्य अस्पतालों में 5-5 बेड डेंगू मरीजों के लिए सुरक्षित रखने को कहा गया है.
आईजीआईएमएस के डॉक्टर वेदप्रकाश ने लाेगाें काे सर्तकता बरतने की सलाह देते हुए कहा कि डेंगू मच्छर के काटने से होता है. डेंगू पीड़ित को हमेशा मच्छरदानी के भीतर रहना चाहिए और आराम करना चाहिए। इसके साथ प्रचुर मात्रा में पानी और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए. यदि दिक्कत और बेचैनी महसूस हो रही है तो घर में ना रहें. अस्पताल पहुंचें और एडमिट हों. डॉक्टर वेद ने बताया कि मच्छर से बचने का प्रयास करें. पूरे शरीर काे ढकने वाले कपड़े पहने तथा रात काे साेते समय मच्छरदानी का प्रयाेग जरूर करें.
हिन्दुस्थान समाचार