नई वेब सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक स्टोरी’ (IC 814 Kandahar Hijack) को लेकर पूरे सोशल मीडिया पर घमासान छिड़ा हुआ है. दिसंबर 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 814 के अपहरण पर आधारित इस सीरीज को लेकर भाजपा ने भी सवाल खड़े किए है. इस सीरीज में आतंकियों के हिंदू नाम रखे गए हैं. जिसका विरोध भाजपा कर रही है. भाजपा का कहना है कि फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा ने ये सब जानबूझकर किया है. नेता अमित मालवीय ने कहा कि मुस्लिम पहचान को हिंदू के नाम से छिपाने की कोशिश की गई है. इस सीरीज का बहिष्कार होना चाहिए.
भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा, ”IC-814 को हाईजैक करने वाले खूंखार आतंकवादी थे, जिन्होंने अपनी मुस्लिम पहचान को छिपाने के लिए उपनामों का इस्तेमाल किया था. उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा ने गैर-मुस्लिम नामों को आगे बढ़ाते हुए, अपने आपराधिक इरादे को वैध कर दिया. दशकों बाद, लोग सोचेंगे कि हिंदुओं ने आईसी -814 को अपहरण किया.”
लेफ्ट आतंकवादियों के अपराधों को सफेद करने का एजेंडा
मालवीय ने आगे कहा कि लेफ्ट ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के अपराधों को सफेद करने के लिए ये एजेंडा अपनाया है. यह सिनेमा की शक्ति है, जिसे कम्युनिस्ट 70 के दशक से आक्रामक तरीके से प्रयोग कर रहे हैं.
असली आतंकियों के नाम
इस सीरीज में जिन पांच आतंकवादियों ने प्लेन हाईजैक किया था उसका नाम- इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सन्नी अहमद, जहूर मिस्त्री और शाकिर था. हालांकि, इस फिल्म में इन आतंकवादियों के नाम बदलकर चीफ, डॉक्टर, बर्गर, भोला और शंकर रखे गए हैं. इसी पर विवाद छिड़ा हुआ है. सोशल मीडिया पर भी लोग इसका बायकॉट करने की मांग कर रहे हैं.
सीरीज के डायरेक्टर ने दी सफाई
डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने आतंकियों के बदले को लेकर दावा किया कि इस घटना में शामिल आतंकवादियों ने एक-दूसरे के अलग अलग-अलग नामों यानी नकली नाम का रखा था. ये सीरीज काफी रिसर्च करने के बाद बनाई गई है.