बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाने को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव ने धरना प्रदर्शन करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने पिछड़े, अति पिछड़े, दलित और आदिवासियों का जो 65 प्रतिशत आरक्षण बढ़ाया था उसे नवमी अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव दिया गया. भाजपा किसी भी तरह से आरक्षण को समाप्त करना चाहती है इसलिए नवमी अनुसूची में इसे शामिल नहीं किया गया. हम लोगों ने जातिय जनगणना करवाई, राज्य सरकार ने इतना पैसा लगाया उसके बावजूद इसे नवमी अनुसूची में नहीं डाला जा रहा है. बिहार सरकार सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट में अपना पक्ष अच्छे से नहीं रख रही है. हम(राजद) सुप्रीम कोर्ट गए हैं. वहां (सुप्रीम कोर्ट में) राजद अपने पक्ष को पिछड़े, अति पिछड़ें, आदिवासी समाज के लिए मजबूती से रखने का काम करेगी. हम लोगों ने 1 सितंबर को धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. मैं खुद इसके तहत पार्टी कार्यालय में मौजूद रहूंगा.”
दरअसल बिहार सरकार ने 55% आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 65% कर दिया था. इस फैसले पर पटना हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी. इसके बाद सीएम नीतीश ने हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. जिसके बाद कोर्ट ने हाइकोर्ट के फैसले को बरकरार रखने को कहा था. तेजस्वी यादव ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया था.