देश में महिला के साथ छेड़छाड़ और बलात्कार के मामले रुकने का नाम ही नहीं ले रहे है. कोलकाता और बदलापुर में हुए हादसे के बाद अब मलायाली इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न का एक ताजा मामला सामने आया है. जिसका सीधा कनेक्शन केरल की वामपंथी सरकार से जुड़ा हुआ है. CPI(M) पार्टी के विधायक और एक्टर मुकेश के खिलाफ एक्ट्रेस के साथ रेप करने का आरोप लगाया गया है. पीड़िता (एक्ट्रेस) ने पुलिस में विधायक (आरोपी) के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी.
केरल सरकार ने मामले की जांच के लिए गठित की SIT
मलयालम इंडस्ट्री में एक्ट्रेस के साथ यौन शोषण मामले की जांच के लिए केरल सरकार ने एक एसआईटी गठित की थी. एसआईटी ने बुधवार (28 अगस्त) को अलुवा में एक्ट्रेस के घर जाकर उसका बयान लिया. जिसके तुंरत बाद कोच्चि के मरदु पुलिस ने इस पर एक्शन लेते हुए मामला दर्ज कर लिया. अभिनेत्री ने CPI(M) विधायक मुकेश के ऊपर महिलाओं की शील भंग करने के मकसद से उनके खिलाफ आपराधिक बल का इस्तेमाल सहित गैर जमानती वारंट के जरिए केस दर्ज किया गया है. आरोपी और वामपंथी विधायक के खिलाफ IPC के तहत धारा 376 (1), 452 और 354 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है. इस मामले में एक्ट्रेस
विपक्ष ने CPI(M) विधायक से की इस्तीफे की मांग
यौन उत्पीड़न और रेप मामले का केस दर्ज होते ही केरल में विपक्ष एक्टिव हो गया है. विपक्ष ने विधायक मुकेश से इस्तीफे की मांग की है. CPI और नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियान वूमेन NFIW की महासचिन एनी राजा ने भी इस मामले में बयान देते हए विधायक मुकेश पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि CPI(M) विधायक मुकेश के पास विधायक के रुप में बने रहने के लिए कोई कानूनी अधिकार नहीं है. बेशक एनी राजा ने कहा है कि इससे राज्य सरकारी छवि खराब हो सकती है. वाम मोर्चा महिलाओं के हित में कार्य करता है. लेकिन फिर भी LDF सरकार और CPI (M) के मंत्री मुकेश को बचाने में लगने हुए हैं. उनका कहना है कि आरोपों के आधार पर नहीं, बल्कि जांच के आधार पर हम मुकेश के खिलाफ आगे कोई कार्रवाई करेंगे.