श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर रविवार को श्री कृष्ण – राधा रुप सज्जा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों में काफी उत्साह देखी गई. बच्चों ने विभिन्न रुप में सुसज्जित राधा एवं बाल कृष्ण लीला का मनमोहक एवं आकर्षक झांकी देखते ही बन रहा था.
एसएनएस विद्यालय की निदेशक स्मिता कुमारी ने कहा कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है. जो भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशी में मनाया जाता है. भगवान कृष्ण ने हमें प्रेम, करुणा, और न्याय के मार्ग पर चलने का उपदेश दिया. श्री कृष्ण के जन्म की कहानी अद्भुत है, जो हमें उनकी शक्ति का एहसास कराती है. भगवान कृष्ण ने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया और हमें सिखाया कि कैसे साहस और स्थिरता से जीवन की कठिनाइयों का सामना करना चाहिए. श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हमें भगवान कृष्ण के उपदेशों को याद करना चाहिए और उनके जीवन को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए. सभी देवताओं में सबसे श्रेष्ठ श्री कृष्ण की लीलाएँ दुनिया भर में विख्यात है. इनके जैसी मनमोहक और अनुपम जीवन लीला और किसी भी देवता की नहीं.
श्री विष्णु के दस अवतारो में से आँठवा अवतार श्री कृष्ण का था. उनके सभी दस अवतार में से सर्वाधिक अनुपम और अद्वितीय श्री कृष्णावतार है. विद्यालय में भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा, मित्रता, जीवन दर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए बच्चों को अच्छी बातें सिखाई जाती हैं. जो हमें भक्ति, प्रेम और धर्म के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है. असल में इस त्योहार को लेकर बच्चों में काफी उत्सुकता रहती है. इस मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक एवं अभिभावक उपस्थित थे.
हिन्दुस्थान समाचार