अररिया: अररिया के रानीगंज थाना क्षेत्र के हसनपुर सरवाहा घाट के पास तीन दिन पहले गोली मारकर अमरोज आलम की हुई हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. पुलिस ने अमरोज आलम की हत्या प्राथमिकी अभियुक्त बने उनके रिश्तेदारों के द्वारा दो लाख रूपये देकर सुपारी किलर से हत्या करवाने का खुलासा करते हुए चार को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार चार आरोपितों में तीन रानीगंज थाना क्षेत्र का है,जबकि एक नरपतगंज थाना क्षेत्र का है.
डीएसपी हेडक्वार्टर फकरे आलम ने रविवार शाम को प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि अमरोज आलम हत्याकांड मामले में रानीगंज थाना क्षेत्र के बड़हरा वार्ड संख्या 14 के आशीष कुमार यादव पिता -रामचंद्र यादव,हसनपुर वार्ड संख्या तीन के सूरज कुमार उर्फ सूर्या यादव पिता- अशोक यादव,बड़ी रामपुर वार्ड संख्या चार के इमादुल्लाह उर्फ इमदा पिता- मो.हसीब और नरपतगंज थाना क्षेत्र के चकला झिंगली चौक वार्ड संख्या 5 के मो.उमर आलम पिता- मो.फिरोज आलम को गिरफ्तार किया है.
डीएसपी हेडक्वार्टर ने बताया कि सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह के नेतृत्व में हत्याकांड को लेकर बनी विशेष टीम ने वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान का सहारा लेकर यह खुलास किया है. उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले 22 अगस्त की सुबह जब अमरोज आलम का गोली मारा हुआ शव अज्ञात अवस्था में मिला था तो एसपी अमित रंजन के द्वारा सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में रानीगंज थाना और डीआईयू की टीम को मिलाकर विशेष टीम का गठन किया गया था।साथ ही मामले को सुलझाने के लिए एफएसएल और डीआईयू टीम के द्वारा साक्ष्य संकलन के साथ साथ तकनीकी एवं वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लिया गया है.
डीएसपी हेडक्वार्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि 22 अगस्त को अमरोज आलम का शव अज्ञात अवस्था में मिला था और बाद में उनकी शिनाख्त रानीगंज थाना क्षेत्र के बड़ी रामपुर वार्ड संख्या तीन के रहने वाले अफरोज आलम के पुत्र अमरोज आलम के रूप में की गई थी. मृतक की पत्नी के फर्द बयान पर रानीगंज थाना में प्राथमिकी कांड संख्या 383/24 दिनांक -23 अगस्त 24 धारा 103(1), 61(2) बीएनएस और 27 आर्म्स एक्ट के तहत पांच नामजद अभियुक्तों के खिलाफ दर्ज किया गया था.
हिन्दुस्थान समाचार