कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला डॉक्टर से दरिंगी और हत्या मामले को लेकर पूरे देश में गुस्सा है. हर राज्य में इंसाफ की आवाज उठ रही है. डॉक्टरों की स्ट्राइक अभी भी जारी है. दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने कहा है कि उनकी हड़ताल जारी रहेगी. जिसके वजह से मरीजों को परेशानी हो रही है और हेल्थ सर्विस बुरी तरह से प्रभावित हुई है. वहीं इस मामले की जांच अब कोलकाता पुलिस से सीबीआई को सौंपी गई है. सीबीआई एक्शन मोड में कई लोगों से पूछताछ रही है.अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से सीबीआई लगातार 3 दिनों से पूछताछ कर रही है. CBI ने घटनास्थल की 3D मैपिंग की. आरोपी संजय रॉय का साइकोलॉजिकल टेस्ट हुआ, जो आज फिर होगा. कोलकाता पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के पास धारा 163 लागू कर दी है, जिसके बाद कॉलेज के पास धरना-प्रदर्शन पर रोक लग गई है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है. सुप्रीम कोर्ट ने 20 अगस्त यानि कल इस मामले की सुनवाई करेगा.
इन सबसे बीच अब डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है. जिसमें हत्या से पहले रेप की पुष्टि हुई है. रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न की संभावना का जिक्र किया गया है. साथ ही रिपोर्ट में ये भी पता चला है कि मृतिका के शरीर पर 14 से ज्यादा चोट के निशान थे. कोई फ्रैक्चर नहीं मिला है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, सिर, दोनों गाल, होंठ, नाक, दायां जबड़ा, ठुड्डी, गर्दन, बाएं हाथ, कंधे, घुटने, टखने और प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान मिले हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि शरीर के कई हिस्सों में खून के थक्के जमने के साथ फेफड़ों में रक्तस्राव देखा गया.
वहीं प्रदर्शनकारी डॉक्टर, पीड़िता के लिए न्या और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सख्त सुरक्षा कानून की मांग कर रहे हैं. एम्स आरडीए ने इस संबंध में अध्यादेश लाने के लिए पीएम मोदी को पत्र लिखा. वहीं पद्म पुरस्कार विजेता डॉक्टरों के एक समूह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है. इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 अगस्त को कहा कि वह मेडिकल प्रोफेशनल्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय सुझाने के लिए एक समिति बनाएगी. जिसके बाद रिजडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी थी. लेकिन दूसरे ही दिन अस्पताल में तोड़फोड़ और मारपीट के बाद गुस्साएं डॉक्टर्स फिर से हड़ताल पर चले गए.