प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया. इस अवसर केन्द्रीय मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी, वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री है जिन्होंने लगातार 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराया है.
प्रधानमंत्री सुबह पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट गए और उन्होंने राष्ट्रपिता को श्रद्धासुमन अर्पित किए. इसके बाद उन्होंने लाल किले पहुंच कर गार्ड ऑफ ऑनर का निरिक्षण किया. ध्वजारोहण के बाद पीएम मोदी देश को सम्बोधित किया.
PM मोदी देश को किया संबोधित
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, “एक पड़ोसी देश के तौर पर बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, उसे लेकर मैं चिंता को समझ सकता हूं. मुझे उम्मीद है कि वहां हालात जल्द से जल्द सामान्य हो जाएंगे. वहां हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना 140 करोड़ देशवासियों की चिंता है.”
PM ने कहा, हम संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं लेकिन कुछ लोग होते हैं जो प्रगति देख नहीं सकते जो भारत का भला सोच नहीं सकते हैं. जब तक खुदका भला न हो तब तक उन्हें किसी का भला अच्छा नहीं लगता. देश को ऐसे लोगों से बचना होगा. ईमानदारी के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई तीव्र गति से जारी रहेगी.
उन्होंने आगे कहा कि ने कहा कि हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं उसके प्रति जन सामान्य का आक्रोश है. इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा. महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो. राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो, ये समाज में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है.
#WATCH हमें गंभीरता से सोचना होगा। हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं उसके प्रति जन सामान्य का आक्रोश है। इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो। राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द… pic.twitter.com/r9T6ySz9Gd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 15, 2024
पीएम मोदी ने मेडिकल के क्षेत्र में 75 हजार नई सीटे बढ़ाने का ऐलान किया. पीएम ने कहा कि हमारे बच्चो को मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए बाहर के देशों में जाना पड़ता है. 1 लाख सीट देश में है लेकिन हमारे बच्चे पढ़ने बाहर जाते हैं. इसलिए ये निर्णय लिया गया है.
पीएम मोदी ने शिक्षा क्षेत्र में लंबी छलांग लगाने की बात कही. पीएम ने कहा कि हमारे छात्र पढ़ने के लिए बाहर जाते हैं और मध्यम वर्गीय परिवार का पैसा खर्च होता है. हमें अपने देश में ऐसे शिक्षण संस्थान बनाने हैं. जिससे विश्व के युवा हमारे यहां पढ़ने आएं. पीएम ने नालंदा यूनिवर्सिटी की भी जिक्र किया. पीएम ने देश की सभी सरकारों और संस्थाओं से कहा कि भाषा के कारण युवाओं को समस्या नहीं आनी चाहिए. मातृ भाषा में पढ़ाई करके युवा अपने सपने हासिल कर सके, ऐसी व्यवस्था हमें करनी है. स्कील डैवलपमेंट से रोजगार सृजन होने की बात भी कही.
पीएम मोदी ने कहा, “मेरे देश का युवा अब धीरे-धीरे चलने का इरादा नहीं रखता है. मेरे देश का युवा धीरे-धीरे आगे बढ़ने में विश्वास नहीं रखता है. मेरे देश का युवा छलांग लगाने के मूड में है, छलांग लगाने और कुछ हासिल करने के मूड में है.” मैं कहना चाहूंगा कि यह भारत के लिए एक स्वर्ण युग है, अगर हम इसकी तुलना वैश्विक स्थिति से करें तो भी यह एक स्वर्ण युग है. हमें इस अवसर को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए. इस अवसर के साथ, अपने सपनों और संकल्पों के साथ, हम विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम होंगे.”
अंतरिक्ष क्षेत्र पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में हमने कई सुधार किए हैं. आज कई स्टार्टअप इस क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं. अंतरिक्ष क्षेत्र जीवंत होता जा रहा है, भारत को शक्तिशाली राष्ट्र बनाने की दिशा में ये एक आवश्यक तत्व है. हम एक दीर्घकालिक विचार के साथ इस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और इसे ताकत दे रहे हैं.
नारी सशक्तिकरण की बात करते हुए कहा कि “10 करोड़ महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो रही हैं. जब महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो जाती हैं तो वे घर में निर्णय लेने की प्रणाली का हिस्सा बन जाती हैं जिससे सामाजिक परिवर्तन होता है.” अब तक देश में स्वयं सहायता समूहों को 9 लाख करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं.”
बैकिंग सैक्टर का जिक्र करते हुए कहा कि हमने बैकिंग सैक्टर में जो रिफॉर्म किए. जिसके बाद विश्व की बड़ी बैंकों में भारत की बैंकों ने स्थान बनाया है. गरीब, किसान, मध्यमवर्ग लोगों को आज बैंक से लाभ ले रहे हैं और विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
पीएम मोदी ने 2014 से पहले के भारत का जिक्र करते हुए कहा कि हमने निराशा से भरे भारत को आशा में बदला है. हमने गरीब, मीडिल क्लास, नौजवानों के जीवन में बदलाव लाने के लिए कई रिफॉर्म किए और देश को मजबूती देने के लिए ये सारे सारे रिफॉर्म कर रहे हैं. हमारा एक ही संकल्प है नेशन फर्स्ट.
पीएम मोदी ने कहा “चाहे पर्यटन हो, शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, एमएसएमई हो, परिवहन हो, खेती हो या कृषि क्षेत्र हो- हर क्षेत्र में एक नई आधुनिक व्यवस्था बनाई जा रही है. हम टेक्नोलॉजी के एकीकरण से सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाकर आगे बढ़ना चाहते हैं.
पीएम मोदी ने कहा, ”विकसित भारत 2047 के लिए हमने देशवासियों से सुझाव आमंत्रित किए. हमें जो सुझाव मिले, वे हमारे नागरिकों के सपनों और आकांक्षाओं को दर्शाते हैं. कुछ लोगों ने भारत को कौशल राजधानी बनाने का सुझाव दिया, कुछ अन्य ने कहा भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाया जाए और देश को आत्मनिर्भर बनाया जाए, शासन और न्याय प्रणाली में सुधार हो, ग्रीनफील्ड शहरों का निर्माण हो, क्षमता निर्माण हो, भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन हो. ये नागरिकों की आकांक्षाएं हैं. जब देश के लोग देश के इतने बड़े सपने हैं, ये हमारे आत्मविश्वास को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं और हम और अधिक दृढ़ हो जाते हैं.
#IndependenceDay2024 | From the ramparts of Red Fort, PM Modi says, "For Viksit Bharat 2047, we invited suggestions from the countrymen. The many suggestions we received reflect the dreams and aspirations of our citizens. Some people suggested making India the skill capital, some… pic.twitter.com/vR8aG79uVw
— ANI (@ANI) August 15, 2024