संसद में आज चौथे दिन मॉनसून सत्र जारी है. इस दौरान कई सासंद अपने मुद्दों को उठाया है. उसी बीच झारखंड के गोड्डा से सांसद डॉक्टर निशिकांत दुबे ने सदन में जनजातियों की घटती जनसंख्या का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि हम यहां दलितों और आदिवासियों की बात करते हैं. कहीं पर किसी भी पार्टी की सरकार हो उसका मुख्य उद्देश्य यही है कि अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है.
उन्होंने आगे कहा कि मैं जिस संथाल परगना से आता हूं, वह जब बिहार से झारखंड अलग हुआ तब जनजातियों की जनसंख्या 36 प्रतिशत थी. आज ये घटकर 26 प्रतिशत हो गई है. आखिर 10 प्रतिशत जनजातीय कहां गायब हो गए?
निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि सदन में इस पर बात नहीं की जाती है, वोटबैंक की पॉलिटिक्स की जाती है. हमारी राज्य सरकार भी इस मुद्दे पर कोई एक्शन नहीं ले रही है. बांग्लादेश से हमारे राज्य में घुसपैठ लगातार बढ़ रही है. इतना ही नहीं बल्कि बांग्लादेशी घुसपैठ जनजातीय महिलाओं के साथ शादी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे यहां महिला जनजातीय कोटे से चुनाव लड़ती हैं, और उनके पति मुसलमान हैं.
सांसद ने कहा जिला परिषद की जो अध्यक्षा हैं, उनके पति मुसलमान हैं. हमारे यहां सौ जनजातीय मुखिया हैं और उनके पति मुसलमान हैं. उन्होंने बताया कि हमारे यहां अभी चुनाव हुआ, प्रत्येक चुनाव में 15 से 17 प्रतिशत जनसंख्या बढ़ती है, हमारे यहां 123 परसेंट बढ़ी है.
निशिकांत दुबे ने कहा कि जिस लोकसभा से चुनकर आया, उसकी एक विधानसभा मधुपुर में लगभग 267 बूथों पर मुसलमानों की जनसंख्या 117% बढ़ गई है. पूरे झारखंड में कम से कम 25 ऐसी विधानसभा सीटें हैं जहां 123%, 110% जनसंख्या बढ़ी है. ये एक बड़ा चिंता का विषय है.
आज लोकसभा में फिर एकबार मेरे परिवार समान आदिवासी साथियों के लिए आवाज उठाया । 36 % से 26 % आदिवासी वर्ग की
जनसंख्या प्रदेश में कम हो गई लेकिन मुख्यमंत्री जी को नज़र क्या आया ? तो वो था उनका सत्ता ।@narendramodi @AmitShah @BJP4India #Budget2024 #LokSabha #Jharkhand pic.twitter.com/IYAX8RFaMv— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 25, 2024
आगे सांसद ने कहा कि ममता बनर्जीजी की जो पुलिस है, वो और बंगाल से मालदा और मुर्शिदाब के लोग हमारे यहां आकर यहां के लोगों को भगा रहे हैं. गांव खाली हो रहे हैं. ये बेहद गंभीर विषय है और ये मैं ऑन रिकॉर्ड कह रहा हूं. अगर मैं गलत हुआ तो अपनी पद से इस्तीफा देने को तैयार हूं. निशिकांत ने कहा कि मुर्शिदाबाद और मालदा से लोगों हमारे यहाँ आकर हिंदुओं के ऊपर जुर्म किया है. जिसपर झारखंड की पुलिस कोई भी एक्शन नहीं ले रही है.
मुसलमानों की जनसंख्या हर दिन बढती जा रही है और भारत सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए. मालदा, मुर्शिदाबाद, किशनगंज, अररिया, कटिहार और जो पूरा संथाल परगना है. अगर एक्शन नहीं लिया गया तो यहां से हिंदू खत्म हो जाएंगे.