पूर्वी चंपारण: जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो सबको चौंकने पर विवश कर दिया है. जिस लड़की की गैंगरेप के बाद हत्या करने की बात सामने आयी थी और बीते 22 जून को पुलिस द्धारा उस लड़की का शव मनरेगा पार्क के समीप से बरामद भी कर लिया था. अब वह लड़की जिंदा बरामद कर ली गई है.
बताते चले गैंगरेप और हत्या के इस मामले में जिले में काफी विरोध प्रदर्शन भी हुआ था. परिजन भी उसे मृत मानते हुए अंतिम संस्कार कर चुके थे. अब वह लड़की जिले के तुरकौलिया थाना क्षेत्र से जिंदा बरामद हुई है. बरामद लड़की ने पुलिस के सामने कई खुलासे किए है, जो चौंकाने वाले हैं. मुफ्फसिल थानाध्यक्ष मनीष कुमार के अनुसार लड़की ने अपने बयान में कहा कि 16 जून की रात को वह अपने प्रेमी नौशाद राजा से मिलने के लिए घर से निकली थी. इसी बीच रास्ते में कुछ लोग उसके साथ मारपीट करने लगे. वहां से जान बचाकर भागी और ग्रामीण मुन्ना पासवान के घर पहुंच गई. मुन्ना की नीयत बदल गई. उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर जबरन एक गाड़ी में मुझे बैठा लिया और किसी दूसरे स्थान पर ले गया. इसके बाद उसने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर बारी-बारी से मेरा रेप किया. इसके बाद मुझे छतौनी चौक पर छोड़ दिया. जहां मैं डर के कारण अपने घर ना जाकर अपने एक रिश्तेदार के घर तुरकौलिया जा रही थी, लेकिन मेरी हालत ठीक नहीं होने के कारण मैं रास्ता भटक गई.
भटकते-भटकते मैं संजय सहनी की पत्नी से मिली और वह मुझे अपने घर ले गई. जहां मैंने उसे सारी आपबीती बताई लेकिन अपने घर में नहीं बताने की विनती भी की. इस बीच कुछ दिन बीतने पर मुझे घर की याद आने लगी तब मैंने अपने पिता को फोन किया. लेकिन, उन्होंने रॉन्ग नंबर बताकर फोन काट दिया. इस मामले में लड़की की मां के आवेदन पर दर्ज प्राथमिकी में तीन नामजद और दो अज्ञात पर आरोप लगाया गया था.
पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी गुड्डू साह को सीतामढ़ी जिला से गिरफ्तार कर लिया था. सबसे चौंकाने बात तो यह है, कि उसने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया था. पुलिस के अनुसार गुड्डू साह ने अपने बयान में बताया था कि वह अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर लड़की का रेप किया, जिस दौरान उसकी मौत हो गई. तब हम सब ने मिलकर उसके ही दुपट्टा में उसके शव को लपेटकर धनौती नदी में फेंक दिया. इसके बाद पुलिसिया दबिश के कारण एक आरोपी रंजन पासवान ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया और नौशाद राजा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
ऐसे में पुलिस की जांच और चार्जशीट पर भी लोग प्रश्नचिह्र खड़ा कर रहे है. गैंगरेप के बाद हत्या के बाद नाबालिग लड़की जिंदा कैसे मिली? आखिर गैंगरेप के आरोपी ने लड़की की हत्या कर दी थी, तो वह जिंदा कैसे हो गई? मनरेगा पार्क से बरामद शव जब उस लड़की का नही था, तो आखिर वह शव किसका है? फिलहाल इस मामले को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.
हिन्दुस्थान समाचार