उत्तर प्रदेश के बरेली में मौलाना तौकीर रजा काफी चर्चा में हैं. तौकीर रजा ने जिला प्रशासन को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने धार्मिक सामूहिक विवाह आयोजन की अनुमति मांगी हैं. इसके बाद से ही जिले में हड़कंप मच गया, क्योंकि इसमें धर्म परिवर्तन की भी बात कही जा कही थी. हालांकि प्रशासन ने अभी तक इस पत्र का कोई जवाब नहीं दिया है. पुलिस ने साफ कह दिया है कि इससे माहौल बिगड़ेगा, जिसकी इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी, अगर कोई भी इसकी उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस के इस बयान के बाद अब मौलाना तौकीर रजा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
तौकीर रजा की प्रतिक्रिया
तौकीर रजा ने कहा कि हमने धर्म परिवर्तन की परमिशन नहीं मांगी है, बल्कि पांच जोड़ों के सामूहिक विवाह की अनुमति मांग रहे है. मुस्लिम और हिंदू दोनों धर्म के जोड़े लिव इन रिलेशनशिप में रहते हैं, जो सही नहीं है. युवक और युवतियों के रिश्ते को सही पहचान देने के लिए सामूहिक विवाह का किया जा रहा है. इससे उनके रिश्ते को धार्मिक पहचान मिलेगी.
बकौल तौकीर रजा ने आगे कहा कि अगर मुझ पर कार्रवाई करना है तो उस पर भी एक्शन लिया जाए जो बिना अनुमति के मुस्लिम लड़कियों की हिंदू लड़कों से शादी करा रहे हैं और उसे ‘घर वापसी’का नाम दे रहे हैं. बरेली के एक मंदिर में 100 से ज्यादा ‘घर वापसी’ कराई गई हैं. जिसमें किसी तरह का कोई भी नियम फॉलो नहीं किया गया और न ही कोई कल्चर. क्या इसके लिए कोई परमिशन ली गई थी. पुलिस ने इसपर कोई एक्शन नहीं लिया, यदि नहीं लिया तो अब लेना चाहिए और मुकदमा होना चाहिए.
बता दें कि बीते दिनों मौलाना ने ये बात कही थी कि आने वाले 21 जुलाई को वो सामूहिक निकाह कार्यक्रम का आयोजन करेंगे. जिसमें दूसरे धर्म के पांच जोड़े शामिल होंगे, जो इस्लाम धर्म को अपनाएंगे और इस्लाम धर्म के रीति-रिवाज के साथ निकाह करेंगे. उनके इस बयान के बाद से तमाम हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया और प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की थी.
बरेली के एसएसपी ने कहा था कि बिना अनुमति के ऐसे किसी आयोजन को नहीं कराया जाएगा. इसके बाद भी कोई अगर माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.