पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल बार्डर से इमिग्रेशन विभाग ने एक संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक को हिरासत में लिया है. पकड़ा गया बांग्लादेशी नागरिक जी एम सोहाग के पास से फर्जी भारतीय आधार कार्ड और पासपोर्ट भी बरामद किया गया है, जिसमें इसनें फर्जी पता पश्चिम बंगाल के हुगली निवासी मोहम्मद जावेद पिता मीर हसन और जन्म तिथि 13 फरवरी 1987 अंकित है.
इमिग्रेशन अधिकारियों नें शंका के आधार पर गहराई से पूछताछ की तो पता चला कि यह बांग्लादेश के पातुआखाली जिला के पातुआखाली सदर के बोतलवानिया का रहने वाला है जो अब्दुल रज्जाक गाजी का पुत्र है.
पूछताछ में उक्त बांग्लादेशी नागरिक नें बताया कि वह इसके पहले भी भारत आ चुका है. तब वह भारतीय वीजा लेकर आया हुआ था लेकिन इस बार अवैध रूप से भारत आया है. भारत आने के क्रम में वह सबसे पहले कोलकाता आया जहां उपरोक्त फर्जी आधार व पासपोर्ट बनवाया. हालांकि इसको उस वक्त पकड़ा लिया गया जब वह रक्सौल इमिग्रेशन कार्यालय में एराईवल क्लियरेंस कराने का प्रयास कर रहा था.
इसके पास बांग्लादेशी पासपोर्ट की भी कॉपी थी. भारतीय व बांग्लादेशी पासपोर्ट में लगे फोटो एक समान थे. इसके बाद से इसके ऊपर संदेह बढ़ गया. इमिग्रेशन विभाग उक्त बांग्लादेशी नागरिक को भारत में अवैध प्रवेश करने व फर्जी दस्तावेज का आधार बना कर धोखाधड़ी करने के मामले में इसको हिरासत में लेकर हरैया पुलिस को सौप दिया है. जहां पुलिस इसके भारत में अवैध रूप से आने के कारणों की जांच कर रही है.
हिन्दुस्थान समाचार